अयोध्या। हनुमानगढ़ी, कनक भवन और रामलला मंदिर में सजी फूल बंगले की झांकी।
अयोध्या। मूर्ति में जब प्राण प्रतिष्ठित हो जाए तो उसे मानव की तरह की भूख-प्यास और सर्दी-गर्मी लगती है। भक्तों की इसी मान्यता के अनुसार, सोमवार की शाम अयोध्या के हनुमानगढ़ी, कनक भवन और रामलला मंदिर के गर्भगृह सहित आसपास के समूचे क्षेत्र को सुगंधित फूलों से सजाया गया। फूलों की सुगंध, उनकी सजावट के साथ उन पर भव्यता बढ़ाने वाली रोशनी के बीच अपने आराध्य को पाकर भक्त परम आनंद की अनुभूति करते रहे।
रामलला के सहायक पुजारी ने बताया कि भगवान रामलला बहुत नाजुक हैं। छोटे से बालक के रूप में उनकी सेवा की जाती है। उनकी सेवा के लिए एसी आदि सुविधा की गई है। लेकिन, प्राकृतिक सुगंध और शीतलता के लिए फूलों की झांकी का कोई विकल्प नहीं है। हम भगवान की सेवा में रोज फूल और माला अर्पित करते हैं, लेकिन जब विशेष अवसर पर सुगंधित फूलों की लड़ियों या समूह से समूचा वातावरण आनंद से भर उठता है। इस दिव्य वातावरण से भक्त और भगवान दोनों ही परम आनंद की अनुभूति करते हैं।