लखनऊ। 19 जिलों के 191 स्कूलों में छात्रों के कम हुए नामांकन पर बीएसए से स्पष्टीकरण तलब, बीईओ को जारी होगा नोटिस।
लखनऊ। प्रदेश में हरदोई समेत 19 जिलों के 191 विद्यालयों में कक्षा एक में छात्रों का नामांकन काफी कम संख्या में रहा है। हालत ये है कि इन जिलों में कक्षा एक में मात्र तीन या चार विद्यार्थियों के ही नामांकन कराए जा सके। यह स्थिति तब है कि अप्रैल में नया सत्र शुरू होने के साथ ही विभाग स्कूल चलो अभियान चला रहा है। इससे नाराज विभाग ने इन जिलों के बीएसए से स्पष्टीकरण मांगा है।
हाल में विभाग की ओर से स्कूल रेडीनेस के तहत किए गए सर्वे में पता चला कि 19 जिलों के 191 विद्यालयों में कक्षा एक में नएविद्यार्थियों के मात्र तीन-चार नामांकन हुए हैं। यह स्थिति तब है जब विभाग छात्रों को निःशुल्क किताब, डीबीटी के माध्यम से यूनिफार्म के लिए पैसे व मध्याह्न भोजन की सुविधा भी दे रहा है। जालौन व श्रावस्ती में ऐसे 10- 10 स्कूल सामने आए हैं। इसके अलावा औरैया, हमीरपुर, कानपुर देहात, महोबा में भी बच्चों के नामांकन की स्थिति खराब है। राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने इन जिलों के बीएसए से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही यह भी कहा है कि उनके स्तर से नामांकन बढ़ाने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं, इसकी भी जानकारी दें। उन्होंने संबंधित खंड शिक्षाप्रशिक्षित अधिकारी व जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता को नोटिस जारी कर नामांकन संख्या बढ़ाने का प्रयास करें। वहीं, अमेठी और लखनऊ में कम नामांकन पर शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है। इससे शिक्षकों में काफी नाराजगी है। प्राथमिक शिक्षक स्नातक एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने इसे गलत ठहराया है। शिक्षकों के पास एक साथ इतने काम हैं कि किसी में तो कमी रह ही जाएगी। शिक्षकों की वरिष्ठता सूची चार महीने में तय नहीं होने पर किसी अधिकारी का वेतन नहीं रोका गया। यह एकतरफा कार्रवाई सिर्फ शिक्षकों के खिलाफ ही क्यों?