लखीमपुर-खीरी। डॉ. इरा समेत तीन कार्यकर्ता भाजपा से निष्कासित, निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा प्रत्याशी के सामने ठोंक रहीं ताल।
- निकाय चुनाव में टिकट न मिलने पर बागी हुई थी डॉ. इरा श्रीवास्तव।
लखीमपुर-खीरी। नगर निकाय चुनाव में टिकट न मिलने पर पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहीं भाजपा की पूर्व जिलाध्यक्ष डॉक्टर. इरा श्रीवास्तव और पार्टी दो कार्यकर्ताओं को भाजपा ने पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
शहर के आवास विकास निवासी पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. श्रीवास्तव लंबे समय में भाजपा में थीं। वह भाजपा जिलाध्यक्ष समेत पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर भी रह चुकी हैँ। वर्ष 2017 में वह पार्टी से टिकट मांग रहीं थीं, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर निरुपमा बाजपेई को चुनाव मैदान में उतारा था और वह चुनाव जीत भी गईं थीं। वर्तमान नगर निकाय चुनाव में भी डॉ. इरा श्रीवास्तव मजबूत दावेदारों में शामिल थीं, लेकिन ऐन वक्त पर पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था और अर्बन कोआपरेटिव बैंक की चेयरमैन पुष्पा सिंह को टिकट दे दिया। पार्टी से टिकट न मिलने पर डॉ. इरा श्रीवास्तव ने पार्टी से बगावत कर दी और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। हालांकि उन्होंने नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी में बने रहने की बात कही थी, लेकिन दो दिन बाद उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को अपना इस्तीफा भेज दिया था। भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर भाजपा की पूर्व जिलाध्यक्ष रहीं डॉ. इरा श्रीवास्तव को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरोध में स्वयं चुनाव लड़ने पर छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा स्वयं और पत्नी को अधिकृत प्रत्याशियों के सामने चुनाव लड़ाने पर कार्यकर्ता रामजी रस्तोगी और कल्पना बाजपेई को भी पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित किया गया है।