सम्भल। मदरसे में रमजान व ईद किट पाकर खिले चेहरे।
उवैस दानिश\सम्भल। रमज़ान का पवित्र माह चल रहा है। ऐसे में हर मुसलमान चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा नेक काम के साथ इबादत करें और सबाव कमाएं। इसी को ध्यान में रखते हुए मदरसा सिराजुल उलूम में आर्थिक रूप से कमजोर परवारों को रमजान व ईद किट बांटने का काम किया गया। हर साल रमजान माह में रमजान व ईद किट के जरिए बतौर ज़कात जरूरतमंद परिवारों को एक माह का राशन दिया गया। वैसे तो इन लोगों को हर माह खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। रमजान के पवित्र माह में जितना सबाब रोज़ा रखकर तिलावत करने का है। उतना ही सबाब अपनी कमाई से गरीबों का हक निकलकर उन्हें बांटने का है और इस बेहतर काम को अंजान देने का काम किया है। मदरसा सिराजुल उलूम हिलाली सराय में अल इस्लाम ट्रस्ट के अंतर्गत ने है रमजान व ईद किट उपलब्ध कराई गई, जो हर साल इसी तरह गरीबों को ईद के पहले उनके घरों में महीने भर का राशन उपलब्ध कराती है।
सदर कोतवाली क्षेत्र के हिलाली सराय स्थित मदरसा सिराजुल उलूम में ऐसे कई परिवार की महिलाए और जरूरतमंद लोग पहुंचे जो गरीबी और तंगहाली के बीच अपने परिवार का गुजर बसर कर रहे हैं। इन लोगों को जब एक माह का राशन मिला तो खुशी का ठिकाना न रहा। रमजान में ही अल इस्लाम ट्रस्ट के लोग ने इलाकों में सर्वे कर ऐसे दर्जनों परिवारों को चुनते हैं जो रमजान किट के असल हकदार होते हैं। अब जरूरी होगा कि इस प्रोग्राम से सबक लेकर हैसियत वाले लोग सामने आएं और जरूरतमंदों को जकात देकर रमजान का अहम फर्ज अदा कर सत्तर गुना सबाब हासिल करें ताकि गरीब की ईद भी ख़ुशी ख़ुशी हो सके ।
इस दौरान मदरसा सिराजुल उलूम के प्रधानाचार्य मौलाना मोहम्मद मियां ने बताया कि लगभग 20 वर्षों से मदरसे की जानिब से हर माह गरीबों की मदद की जाती है रमजान मुबारक में रमजान व ईद किट में कुछ चीजें बढ़ाकर उन्हें दी जाती है। इसमें कुछ और लोग भी शामिल रहते हैं जो हमारे जरिए से इनकी मदद करते हैं जिन लोगों को किट मिली है यह लोग उनके लिए दुआ करें। इन से अपील कि गई है कि मुसलमानों मुल्क व मिल्लत के लिए भी दुआ करो। इस दौरान मास्टर आकिल, मास्टर अम्बर, मलिक कमाल, बदर हुसैन आदि लोग मौजूद रहे।
मौलाना मौहम्मद मियां, प्रधानाचार्य मदरसा सिराजुल उलूम