खास-खबर। तूफानी स्पीड से धरती की ओर आ रहा है खतरनाक एस्टरायड।
अतुल कपूर (स्टेट हेड)
खास-खबर। जिस तरह के एक एस्टरायड ने काफी वर्षो पूर्व पृथ्वी पर तबाही मचा दी थी और उसी एस्टरायड की वजह से पृथ्वी से डायनासोर लुप्त हो गए थे, ठीक वैसा ही एक एस्टरायड आज धरती के काफी करीब से गुजरेगा। परंतु चिंता की कोई बात नहीं है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार धरती वासियों के लिए तबाही की संभावना न के बराबर है फिर भी नासा ने अलर्ट किया है और वैज्ञानिकों की निगाह इस की ओर लगी हुई है।यह 66 लाख किलोमीटर तक पृथ्वी के करीब आएगा किन्तु हमारे ग्रह से टकराने की आशंका नहीं है। वैज्ञानिकों के अनुसार इस अद्भुत खगोलीय घटना से सतर्क रहने की जरूरत है।
- आखिरी समय तक वैज्ञानिक करेंगे एस्टरॉयड की मॉनिटरिंग
नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने बताया है कि एस्टरॉयड 2023 FS11 आज यानी 3 अप्रैल को धरती के करीब से गुजरेगा। यह 42275 किलोमीटर प्रति घंटे की तूफानी स्पीड से आगे बढ़ रहा है। इस एस्टरॉयड ने हमारे वैज्ञानिकों का ध्यान आकर्षित किया है। एस्टरॉयड का नाम है- (2023 FS11)।
- एरोप्लेन जैसा बड़ा है यह खतरनाक एस्टरायड
एयरोप्लेन जितना बड़ा यह एस्टरॉयड आज हमारे ग्रह के करीब से गुजरने वाला है। 82 फीट का एस्टरॉयड 2023 FS11 जब हमारी पृथ्वी के करीब आएगा, तो दोनों के बीच की दूरी सिमटकर 6,610,000 किलोमीटर रह जाएगी। आपको यह दूरी बहुत ज्यादा लग सकती है, लेकिन अंतरिक्ष की विशालता के आगे कुछ भी नहीं। इसीलिए वैज्ञानिक इस एस्टरॉयड पर नजर रख रहे हैं और उसे ‘संभावित रूप से खतरनाक' की कैटिगरी में शामिल किया है।
नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ने बताया है कि एस्टरॉयड 2023 FS11 आज यानी 3 अप्रैल को धरती के करीब से गुजरेगा। जानकारी के अनुसार, यह 42275 किलोमीटर प्रति घंटे की तूफानी स्पीड से आगे बढ़ रहा है। हालांकि इस एस्टरॉयड के पृथ्वी से टकराने की उम्मीद नहीं है, लेकिन वैज्ञानिक इसे तब तक मॉनिटर करते रहेंगे, जबतक यह हमारे ग्रह से बहुत दूर नहीं चला जाता।
पृथ्वी के इतिहास में एस्टरॉयड टकराने की कई घटनाएं शामिल हैं, जिन्होंने हमारी ग्रह पर जीवन को नुकसान पहुंचाया है। वैज्ञानिक मानते आए हैं कि करोड़ों साल पहले धरती से डायनासोर का खात्मा एक एस्टरॉयड की टक्कर के बाद मचे विनाश से हुआ था। यही वजह है कि वैज्ञानिक एस्टरॉयड्स पर नजर रखते हैं और जो भी पृथ्वी के नजदीक से गुजरता है, उसे मॉनिटर करते हैं।
- क्या होता है एस्टरायड
एस्ट्रॉयड को उल्का पिंड भी कहा जाता है। एस्ट्रॉयड या उल्का पिंड एक ऐसा खगोलीय पिंड होता है जो अंतरिक्ष में हमारे सौरमंडल में चक्कर लगाता रहता है। जैसे सौरमंडल के अन्य ग्रह सूर्य के चारों ओर चक्कर काटते हैं. ठीक उसी तरह ये एस्ट्रॉयड भी या तो सूर्य के या फिर किसी अन्य ग्रह के चारों ओर चक्कर काटते हैं।
कई बार ऐसा होता है कि किसी अन्य ग्रह के गुरूत्वाकर्षण के कारण के इन एस्ट्रॉयड की दिशा बदल जाती है। इस वजह से ये दूसरी दिशा में चलने लगते हैं। कभी –कभी गुरूत्वाकर्षण के कारण बदली दिशा के चलते इनका रूख पृथ्वी की ओर हो जाता है।