देवबंद। लेखक, शायर अली हसन सागर ने हमेशा हिंदी उर्दू साहित्य की सेवा की:- शायर तनवीर अजमल
शिबली इकबाल\देवबंद। आज देवबंद के मशहूर लेखक और शायर अली हसन सागर साहब का इंतकाल होने पर देवबंद के अदबी समाजी लोगों में गम का माहोल है जहान ए अदब एकेडमी के चेयरमेन शायर तनवीर अजमल गम का इज़हार करते हुवे कहा की आज एक अदब नवाज़ दोस्त को हमने खो दिया।
शायर तनवीर अजमल ने कहा की वो एक शानदार लेखक के साथ एक अच्छे शायर भी थे " मानव जगत" के चीफ ब्यूरो और "देवबंद राजनीति", और "जनता की आवश्कता" संपादक और प्रकाशक भी रहे उनसे मेरा ताल्लुक 17.18 सालो से रहा वो हमेशा दूसरों की हौसला अफजाई करते रहते थे मुझे याद है उन्हों और उनके भाई इरशाद सागर भाई ने मेरे लिए एक खूबसूरत शाम एक शाम शायर तनवीर अजमल के नाम से आयोजित भी की जिसमे मुझे शान ए उर्दू अवार्ड से सम्मानित करके मेरी हौसला अफजाई की थी।
अली हसन सागर भाई ने देवबंद इतिहास के नाम से एक पुस्तक भी लिखी जो काफी मशहूर हुई,आप से अक्सर मुलाकात सुबह फजर के बाद होती रहती थी उनका हस्ता मुस्कुराता चेहरा आज बार बार याद आ रहा है शायर तनवीर अजमल ने कहा कि अली हसन सागर भाई ने हमेशा हिंदी उर्दू साहित्य की सेवा की है और उनकी इस सेवा को साहित्य हमेशा याद रखेगा बस एक अफसोस ज़िंदगी भर ये रहेगा के मुझे इंतकाल खबर उस समय मिली जब उनको दफना चुके थे ये अफसोस उम्र भर रहगा के आखरी बार नहीं देख सका अल्लाह की ये ही मर्ज़ी थी अल्लाह अली हसन सागर भाई को जन्नत में आला मकाम दे और उनके घर वालो को सबर दे आमीन सुम्मा आमीन