गाज़ीपुर। पयामे इंसानियत फोरम गाज़ीपुर ने किया सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना।
महताब आलम\गाज़ीपुर। सौहार्द,मानवता और सद्भावना हेतु समर्पित संस्था आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम ग़ाज़ीपुर यूनिट द्वारा आज दिनांक 4 अप्रैल 2023 को ग़ाज़ीपुर शहर के मुहल्ला मच्छरहट्टा स्थित जनपद में अपना दूसरा और शहर में पहला महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोला जिसका विधिवत उद्घाटन कार्यक्रम संयोजक नजमुस्साकिब अब्बासी ने फोरम के साथियों के साथ रीबन काट कर किया और सेंटर को किशोरियों और महिलाओं को समर्पित किया।
उद्घाटन के पश्चात नजमुस्साकिब अब्बासी ने सम्बोधित करते हूए कहा कि फोरम ने यहाँ सिलाई प्रशिक्षण केंद्र इसलिए खोला है ताकि मुख्य धारा से वंचित किशोरियों और महिलाओं को रोज़गार से जोड़ा जा सके।ऐसी सोच को लेकर ही ऑल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम गाज़ीपुर यूनिट ने मानवता की सेवा को अपना परम् उद्देश्य बनाया है ताकि लोग अपने पैरों पर खड़े हों,उनमें खुशहाली हों और देश में सौहार्द और मानवता की ठंडी हवा चलाई जा सके। आबिद हुसैन ने कहा कि आज मानव समाज की सबसे बड़ी नेमत मानवता है,अगर किसी को ये मिल गई तो वह समाज का सबसे धनी और सुखी व्यक्ति माना जायेगा,अतःहमें चाहिए कि हम हर किसी के दुःख दर्द में काम आएं,भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए हर सम्भव प्रयास करें और किसी रोज़ी-रोटी का प्रबंध करने में सहयोग दें।
अरमान अंसारी ने कहा कि वर्तमान में जबकि मानवता संकट में है तो ज़रूरत है कि समाज के मध्य जाकर उनमें मानवता का संचार किया जाय और उनके दुःख-दर्द में शामिल हुआ जाय और उन्हें बताया जाय कि एक दूसरे के काम आना ही इंसानियत है।
क़ुतुबद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि इंसानियत ऐसा शब्द है कि जिसपर समस्त मानव समाज को एकजुट किया जा सकता है, आज समाज में जो विघटन है उसे दूर करने के लिये मानवता के कार्यों से समाज को जोड़ना ज़रूरी है और एक क़दम बढ़कर कहा जाय तो उन्हें खुशहाल बनाने की ज़रूरत है। शाहनवाज़ सिद्दीकी ने कहा जब बेरोज़गारी हर तरफ़ बढ़ रही है और लोगों के हाथ तंग हैं तो ऐसे में फोरम का एक सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोला जाना सराहनीय है जो भविष्य में उन्हें उनके पैरों पर खड़ा होने में सहयोग देंगे।
मिथिलेश कुमार ने कहा कि समाज को जोड़ने वाले ऐसे कार्यों से लोगों में प्रेम और भाईचारे का अंकुर फूटता है और उसे निरंतर खाद-पानी देते रहना होगा। इस अवसर पर मुहम्मद सेराज,रुखसार बेगम, नाज़िया मुहम्मद सुलेमान,अखिलेश,शाहिद जमाल,संजय,तालिब अंसारी आदि मौजूद थे।