सीतापुर। करोड़ों में बिका है समाजवादी पार्टी का टिकट-राकेश राठौर, पूर्व विधायक ने लगाया सपा मुखिया पर आरोप।
सीतापुर। समाजवादी पार्टी से बगावत कर नगर पालिका परिषद सीतापुर के अध्यक्ष पद पर पत्नी को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारने वाले पूर्व विधायक राकेश राठौर ने सपा का टिकट करोड़ों में बिकने की बात कही है। मालूम हो कि पूर्व विधायक राकेश राठौर वर्ष 2017 में भाजपा के सिबंल पर सदर विधान सभा से पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल को हरा कर चुनाव जीते थे। भाजपा में रहकर केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतियों का विरोध किया था और वर्ष 2021 में समाजवादी पार्टी को ज्वाइन कर लिया था। जिसके बाद उन्हे सपा में अहम जिम्मेदारी दी गई और प्रदेश के कई जिलों में सपा मुखिया के निर्देश पर अधिवेशन भी किया। पूर्व विधायक ने सपा से नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए अपनी पत्नी नीलकमल राठौर को आवेदन किया था।
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पूर्व विधायक राकेश राठौर |
वही दूसरी तरफ पूर्व विधायक राधेश्याम जायसवाल ने अपनी बहू पूर्व चेयरमैन रश्मि जायसवाल का भी आवेदन किया था। सपा मुखिया ने दोनो दावेदारों को सपा का सिबंल दे दिया। जिसके बाद आरओ ने पहले सिबंल के साथ पहले नामाकंन करने वाली रश्मि जायसवाल को सपा का प्रत्याशी माना। जिसके बाद नीलकमल राठौर निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में चुनाव मैदान कूद गई है। बुधवार को मीडिया से रुबरु होते हुए पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि सपा मुखिया ने हमे एक वर्ष पूर्व आश्वासन दिया था कि विधान सभा राधेश्याम जायसवाल लड़ चुके है अब तुम नगर पालिका का चुनाव लड़ोगें। जिसके बाद मैने तैयारियां शुरु कर दी थी। मगर सपा मुखिया ने अपने वादे के खिलाफ सपा का सिबंल करोड़ो में बेचकर भ्रष्ट्राचार में संलिप्त एक ऐसे प्रत्याशी को दे दिया है जिसने व उसके ससुर ने पूरी नगर पालिका में भ्रष्ट्राचार के मकड़जाल में घेर दिया है। बीस वर्ष तक चेयरमैन रहे और कोई विकास कार्य नही किया। आमजनमानस परेशान है शहर के किसी नागरिक का कार्य बगैर घूस दिए नही हुआ है। उन्होने कहा कि मै जनता के बीच जा रहा है। अगर जनता ने मुझे मौका दिया तो जैसे विधायक रहते हुए मैने विकास कार्य किए है वैसे ही विकास कार्य करुंगा।
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भाजपा प्रत्याशी पर लगाए आरोप
पूर्व विधायक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने जिसे प्रत्याशी बनाया है उनके ससुर के बारे में प्रशासन से लेकर पुलिस व आम जनता जानती है। खुद जिस मकान में रह रहे है। उसे कितना बड़कर बनाया है। यही नही पूरे जिले के कई कस्बों मंे अवैध रुप से जमीने कब्जा कर रखी है। मंदिरों से लेकर आश्रम की जमीनों को भी हथियाने का आरोप लग चुका है और पुलिस को लिखित शिकायते भी मिल चुकी है।