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  • INA BREAKING NEWS

    अयोध्या। अयोध्या मे चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान।

    • डीएम ने  लोगों को व्यतिगत साफ-सफाई रखने और वातावरण को स्वच्छ बनाने की दिलाई शपथ

    देव बक्श वर्मा\अयोध्या। अयोध्या जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का शुभारंभ सदर तहसील परिसर से किया गया। जिलाधिकारी नितिश कुमार ने जागरुकता रैली को रवाना कर लोगों को व्यक्तिगत साफ-सफाई रखने व वातावारण को स्वच्छ बनाने के लिए अपने पास-पड़ोस के लोगों को प्रेरित करने की शपथ दिलाई। यह अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार सूबे के हर गांव, ब्लॉक व जनपद के साथ-साथ पूरे प्रदेश को दिमागी बुखार से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।  इसके लिए 11 विभागों के आपसी समन्वय से जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा । उन्होंने कहा कि संचारी रोग हमारे गांव अथवा क्षेत्र में रहने वाले परिवारों के आर्थिक और पारिवारिक नुकसान का एक बड़ा कारण हो सकते हैं ।  अतः हम शपथ लेते हैं कि संचारी रोग से लड़ाई में हम हर संभव प्रयास करेंगे कि हमारा परिवार व  समुदाय इन रोगों से मुक्त रहें। 

    • स्वच्छता की दिलाई गयी शपथ - 

    इस मौके पर लोगों ने शपथ लिया “हम सभी शौचालय का प्रयोग करेंगे और अन्य लोगों को भी शौचालय का प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेंगे।  व्यक्तिगत साफ-सफाई का ध्यान रखेंगे, अपने घर के आस-पास साफ-सफाई रखेंगे ।  हमारे गांव अथवा हमारे आस-पास के क्षेत्र में यदि कोई व्यक्ति बुखार से पीड़ित होगा, तो परिवार को तुरंत इलाज के लिए सरकारी अस्पताल जाने के लिए प्रेरित करेंगे।"

    • जानलेवा हो सकता है दिमागी बुखार -

    डीएम ने कहा कि बच्चों में दिमागी बुखार जानलेवा हो सकता है।  इस रोग के बाद शारीरिक और मानंसिक विकलांगता भी आ सकती है ।  इसलिए बुखार होने पर बच्चे को तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल में ले जाएं ।  जनपद के प्रत्येक सीएचसी/पीएचसी पर बुखार के समुचित इलाज की व्यवस्था है ।  उन्होंने कहा कि इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित होने का खतरा 1 से 15 वर्ष के आयु के बच्चों को होता है , इसलिए इनकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास करें । 

    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय राजा ने कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक एवं 17 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान फ्रंटलाइन वर्कर (आशा, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता) घर-घर जाकर बुखार , इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस से ग्रसित लोगों के साथ-साथ संभावित क्षय रोगियों व कुपोषित बच्चों को चिन्हित करेंगी। इसके अलावा वह क्षेत्रवार ऐसे मकानों को सूची बनाएंगी जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया हो। इस दौरान  स्वास्थ्य कार्यकर्ता फिजिकल डिस्टेंसिंग, हाथों की धुलाई और मास्क की अनिवार्यता पर विशेष ध्यान रखेंगे ।

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