पीलीभीत। विश्व प्रकृति दिवस के अवसर पर संगोष्ठी एवं चित्रकला प्रतियोगिता का हुआ आयोजन।
कुँवर निर्भय सिंह
पीलीभीत। डब्ल्यू डब्ल्यू एफ इंडिया एवं पीलीभीत टाइगर रिजर्व के संयुक्त तत्वाधान में विपनेट क्लब के सहयोग से विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष में अंगूरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर बालिका इंटर कॉलेज में पृथ्वी ग्रह पर सतत जीवन कैसा हो पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया साथ ही चित्रकला एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। पीलीभीत टाईगर रिजर्व के उपप्रभागीय वनाधिकारी दिलीप तिवारी ने कहा है कि पृथ्वी को हमारे यहां पूज्यनीय माना जाता है। और उनको मां का दर्जा दिया जाता है। पृथ्वी की रक्षा करने का दायित्व हम सभी का है। लेकिन हमने स्वार्थ के वशीभूत उसे अस्वच्छ करने में कोई कोर कसर नहीं छोडी है।
दिलीप तिवारी गुरूवार को स्थानीय अंगूरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर में विश्व प्रकृति निधि, विपनेट क्लब तथा पीलीभीत टाईगर रिजर्व द्वारा आयोजित विश्व पृथ्वी दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहाकि इस विद्यालय में पृथ्वी संरक्षण के लिए पहले से ही सुंदर कार्य किये जा रहे है। वे इससे प्रभावित हुए है। कार्यक्रम में वन्यजीव एवं पर्यावरण कार्यकर्ता डॉ.अमिताभ अग्निहोत्री ने कहा कि हम पृथ्वी पर विनाश का सामान स्वंय तैयार कर रहे है। हमने जीवनदायिनी पृथ्वी को प्लास्टिक के कचरे और प्रदूषित जल का अधिकाधिक प्रयोग कर खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि बच्चे पृथ्वी पर आये संकट को टालने में सार्थक भूमिका निभा सकते है। वो अपने घर से ही इसकी शुरूआत कर सकते है।
समाधान विकास समिति की अध्यक्ष उर्मिला देवी ने कहाकि सबसे पहले हम अपने घरों में प्लास्टिक और पालीेथिन को आने से रोकने के लिए थैलों का प्रयोग करें। जल का अधिकाधिक दुरूपयोग न करें। जल दुरूपयोग के कारण हमारी नदियां प्रदूषित हो गई है। हम अपने परिजनों को थैलों के उपयोग के लिए प्रेरित करें। अंगूरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर की प्रधानाचार्य उपासना शर्मा ने अपने विद्यालय में किये जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि उनके विद्यालय में अध्ययनरत बालिकाएं अपने जन्मदिन पर एकगमला और एकपौधा लगाती है। इसके लिए अलावा प्लास्टिक से ब्रिक तैयार करने का कार्य भी कर रहे है। विपनेट क्लब के समन्वयक लक्ष्मीकांत शर्मा ने विद्यालय को प्लास्टिक ब्रिक बनाने के लिए एक यंत्र दिये जाने की घोषणा की। उन्होंने प्रश्नोत्त्री प्रतियोगिता संचालित की। जिसमें पृथ्वीसे जुडे सवाल किये गए।
विश्व प्रकृति निधि के जैव वैज्ञानिक तरूण सिंह ने पृथ्वी दिवस मनाये जाने और उसके महत्व पर विस्तार से चर्चा की। संचालन करते हुए विश्व प्रकृति निधि के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने बच्चो द्वारा सिद्धबाबा जंगल में किये गए कार्य तथा नौजलिया की एकचार साल की बच्ची के पूरे गांव को प्रवासी पक्षियों के शिकार से रोके जाने के प्रयासों की जानकारी दी।
इस अवसर पर आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम स्थान झलक, द्वितीय स्थान अमितेश तथा तृतीय स्थान आयुषी गंगवार ने प्राप्त किया। जबकि लक्ष्मी मौर्य, इशिका,लक्ष्मी शर्मा, कौशिकी वर्तिका पांडेय ने सांत्वाना पुरस्कार प्राप्त किया। इसके अलावा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रियांशी गंगवार, रिया सक्सेना, शगुन गंगवार, दिव्यांशी, साक्षी मौर्य, कृतिका को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर उप प्रभागीय वनाधिकारी दिलीप तिवारी ने स्कूली बच्चों को पीलीभीत का जंगल देखने का आग्रह किया। कार्यक्रम में राहुल कुमार एवं राजेंद्र राजपूत सहायक परियोजना अधिकारी सहयोग किया। कार्यक्रम में विद्यालय की अध्यापिका दीक्षा वाजपेयी ने सहयोग किया।