बहराइच। बहराइच में 7 घंटे तक तेंदुए का उत्पात महिला समेत 7 घायल, ट्रेंकुलाइज कर वन विभाग ने काबू में किया।
- कतर्नियाघाट सेंचुरी के चहलवा गांव का मामला
- सुबह से दोपहर तक रही अफरा-तफरी, दुधवा नेशनल पार्क से आई विशेषज्ञों की टीम ने पाया काबू
बहराइच। कतर्नियाघाट सेंक्चुरी के चहलवा गांव में गुरुवार सुबह जंगल से निकलकर पहुंचे तेन्दुए ने हमला कर महिला समेत 7 लोगों को घायल कर दिया। वन विभाग ने जयमाला और चंपाकली हथिनियों से रेस्क्यू करने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। ग्रामीणों को घायल कर तेंदुआ फूस की झोपड़ी में छुप गया। दुधवा नेशनल पार्क से आई विशेषज्ञों की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर तेन्दुए पर काबू पाया। पिंजरे में बंद कर तेन्दुए को रेंज कार्यालय कतर्नियाघाट ले जाया गया है। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उसे जंगल में छोड़ा जाएगा।
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग से सटे गांवों में तेंदुए का हमला अचानक बढ़ गया है। गुरुवार सुबह छह बजे के आसपास एक तेंदुआ कतर्नियाघाट सेंचुरी अंतर्गत कतर्नियाघाट रेंज के ग्राम चहलवा में मंगल पुरवा गांव में पहुंच गया। तेंदुआ ने नित्य क्रिया के लिए घर से कुछ दूरी पर खेत को गई महिला रीता देवी (35) पत्नी हरिकेश पर हमला कर दिया। महिला के शोर मचाने पर गांव के लोग हाका लगाते हुए दौड़े। ग्रामीणों ने घेराबंदी की तो तेंदुए ने गांव निवासी संजय पुत्र राम अवध, लालबहादुर पुत्र काशी, सहदेव व संतोष पुत्र मुक्ति नारायण समेत सात लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। इसके बाद तेंदुआ गन्ने के खेत में घुस गया। घायल ग्रामीणों की चीख पुकार सुनकर भारी भीड़ एकत्रित हो गई। सभी ने खेत की घेराबंदी कर हाका लगाना शुरू कर दिया। इस पर तेंदुआ खेत से निकलकर गांव में लक्ष्मण पुत्र जंगली के फूंस के छप्पर में घुस गया। जहां ग्रामीणों ने उसे घेर लिया।
सूचना पाकर रेंजर राम कुमार, वन दरोगा मयंक पांडे, वन रक्षक अब्दुल सलाम ने फूस के छप्पर को जाल से चारों तरफ से घेर दिया। घायलों को तत्काल इलाज के लिए पीएचसी सुजौली भेजा वह प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायलों को सीएचसी मोतीपुर रेफर कर दिया गया। डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि तेंदुआ को पकड़ने के लिए वन विभाग की चार टीमें लगाई गई। मकान को जाल से घेरा गया है। हथिनी जयमाला और चंपाकली को भी मदद के लिए लगाया गया है। डीएफओ ने बताया कि दुधवा नेशनल पार्क से आई विशेषज्ञों की टीम ने ट्रेंकुलाइज कर तेंदुए को बेहोश करके पिंजड़े में कैद कर रेंज कार्यालय कतर्नियाघाट ले जाया गया है। दुधवा नेशनल पार्क के पशु चिकित्सक डॉ दयाशंकर व डॉ दीपक वर्मा कतर्नियाघाट रेंज कार्यालय में तेन्दुए का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं। स्वास्थ्य परीक्षण के बाद तेंदुए को जंगल में छोड़ने की कार्यवाई की जायेगी।