बाजपुर। किसानों ने 20 गांवों की भूमि का मालिकाना हक को लेकर तहसील में दिया धरना।
रिपोर्टर अमीर हुसैन
- बाजपुर के 20 गावों की 5838 एकड़ भूमि का मालिकाना हक लेकर ही दम लेंगे: जगतार सिंह बाजवा
बाजपुर। विधानसभा के 20 गांवों की 5838 एकड़ भूमि को लेकर भाकियू के आक्रोशित दर्जनों किसानों ने मालिकाना हक की मांग को लेकर तहसील परिसर में सांकेतिक धरना दिया हल नहीं होने पर किसानों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अब बड़ा आंदोलन होगा। संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता एवं भूमि बचाओ संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने कहा 20 गांवों की भूमि से 6000 लोग प्रभावित हो रहे हैं। तत्कालीन डीएम द्वारा खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी गई थी जिस की मांग को लेकर लगातार आंदोलन हो रहे हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आश्वासन के बावजूद भी भूमि पर मालिकाना हक नहीं दिया गया।3 वर्ष बीत चुके हैं।
सरकार द्वारा जल्द ही इसका हल नहीं किया गया तो दिल्ली की तर्ज पर होगा आंदोलन भूमि का मालिकाना हक लेकर ही दम लेंगे। भाकियू के कुमाऊं मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा ने कहा है किसानों को सरकार द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है 20 गांवों की भूमि का मामला सरकार जानबूझकर हल करना नहीं चाहती किसानों की आवाज को सरकार व अधिकारियों द्वारा दबाया जा रहा है किसानों की भूमि का मालिकाना हक नहीं दिया जा रहा है किसान लगातार आंदोलन के माध्यम से संघर्ष कर रहे हैं।किसान नेता बल्ली सिंह चीमा ने कहा 20 गांवों की भूमि को मालिकाना हक की मांग को लेकर किसान लगातार संघर्ष कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा अभी तक भूमि का मालिकाना हक नहीं दिया।भाकियू के जिला उपाध्यक्ष हरप्रीत सिंह निज्जर ने कहा किसानों की जो फसलों का नुकसान हुआ है उन्हें यूपी की तर्ज पर बिजली के ट्यूबेल बिल माफ किए जाएं इसके साथ ही पंजाब की तर्ज पर किसानों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए किसान पहले से ही कर्ज में डूबा हुआ है ऊपर से आपदा की मार झेल रहा है।इस मौके पर प्रताप सिंह संधू, एनडी भट्ट,संजय बेनीवाल,दिलेर सिंह रंधावा,मंगा सिंह,सुनील पाठक, राजेंद्र बेदी,गगन सरना,इंद्रजीत सिंह बंटी,जसविंदर सिंह जस्सी,दीनदयाल सिंह,राजकिशोर दर्जनों किसान मौजूद थे।