होली में रंग खेले पर रखे इन बातों का ध्यान।
अयोध्याधाम। होली के रंग को बदरंग होने से बचाने के लिए एहतियात बरतनी जरूरी है। पिछले साल भी शहर के अस्पतालों में इलाज के लिए 300 से ज्यादा मरीज इलाज के लिए आए। इसमें बच्चों की संख्या सबसे अधिक थी। होली के दिन और इसके बाद त्वचा में एलर्जी, आंखों में दिक्कत, पेट संबंधी परेशानी आदि के मरीज सबसे ज्यादा होते हैं।
वरिष्ठ चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ आर बी वर्मा बताते हैं कि होली के दिन या इसके बाद सबसे ज्यादा मरीज बैलून में रंग भरकर मारने से प्रभावित आंख का इलाज कराने आते हैं। वहीं, रंग के केमिकल से आंखों की पुतली के प्रभावित वाले मरीज भी होते हैं। कई ऐसे मरीज भी होते हैं जिनकी आंखों की पुतली पर चोट के कारण छह से आठ घंटे तक पट्टी करके रखनी पड़ती है। लिहाजा होली के दिन विशेष एहतियात बरतनी चाहिए।
हर्बल रंग के नाम पर खतरनाक रंग बिक रहे जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सीबीएन त्रिपाठी बताते हैं कि अभी कोई भी शुद्ध हर्बल रंग या गुलाल नहीं है। पहले लोग फलों के रंग और गुलाल बनाते थे। वे बिल्कुल शुद्ध थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। केमिकल युक्त रंगों और गुलाल से त्वचा ही नहीं नाखून और बाल भी प्रभावित होते हैं। बड़े नाखून रखने की स्थिति में केमिकल युक्त रंग अंदर घुसकर नाखून के नीचे की त्वचा को प्रभावित करता है। रंग से सिर की त्वचा और बाल में रूखापन सहित अन्य दिक्कतें होती हैं। रंग के प्रभाव को कम करने के लिए त्वचा को पहले पानी से धोकर एक चम्मच हल्दी, गाय का दूध, दो चम्मच बेसन मिलाकर त्वचा पर लगाना चाहिए। सूखने पर इसे धो लेना चाहिए। इससे केमिकल का प्रभाव कम होता है। एलर्जी से बच सकते हैं।
- पेट को ऐसे रखे दुरुस्त
खाना खाने से 30 मिनट पहले और बाद में ही पानी पीना चाहिए
पौष्टिक तरल पेय का सेवन करें, नारियल पानी, नींबू पानी, जूस आदि
भूख लगने पर ही खाना खाएं
पेट संबंधित परेशानी होने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें
- ऐसे करे आंखों की सुरक्षा
चश्मा पहनना बेहतर होगा
गुब्बारे में भरे रंग को आंखों पर न मारे
आंखों में रंग न फेंके
आंखों में परेशानी पर नेत्र रोग विशेषज्ञ से जरूर परामर्श लें
- होली खेलने से पहले त्वचा करे सुरक्षित
होली खेलने से पहले त्वचा पर संसक्रीन, सरसों तेल, जेली, आदि लगाएं
सिर पर भी तेल लगाने से नुकसान से बचा जा सकता है
त्वचा पर चकत्ते बनने पर खुद से इलाज न करें, डॉक्टर से परामर्श लें
होली के एक दिन भी एलर्जी हो सकती है, ऐसे में इसे अनदेखा न करें
केमिकल युक्त रंग और गुलाल के उपयोग से बचें