देवबंद। रोजेदारों ने अकीदत के साथ पढी दुसरे जुमे की नमाज, रोजेदारों ने अल्लाह की बारगाह में हाथ उठाकर मांगी देश में अमन और शांति की दुआऐं।
........ मौलाना अरशद मदनी ने रोजेदारों को सीधे रास्ते पर चलने की दी नसीहत
शिबली इकबाल\देवबंद। पवित्र रमजान के दूसरे जुमे की नमाज ठंडे मौसम में रोजेदारों ने अकीदत के साथ अदा की और अल्लाह से देश में अमन शांति और सुख समृद्धि के लिए दुआएं मांगी।मुकद्दस रमजान के दूसरे शुक्रवार को हल्की बूंदा-बांदी में ठंडे मौसम में नगर की सभी मस्जिदों में रोजेदारों ने जुमे की नमाज अदा करके दुआएं मांगी।नगर के साथ-साथ देहात की मस्जिदों में भी जुमे की नमाज अदा की गई,साथ ही आसपास के लोगों ने नगर में पहुंचकर प्रमुख मस्जिदों में उलेमा के पीछे नमाज जुमा अदा की और ब्यान सुनें।दारुल उलूम देवबंद की ऐतिहासिक छत्ता मस्जिद में इमाम साहब ने जुमे की नमाज अदा कराई,उसके बाद जमीअत उलमा हिंद के प्रमुख और मशहूर धर्मगुरु मौलाना सैयद अरशद मदनी ने रोजेदारों को संबोधित करते हुए उन्हें रोजे और रमजान की कदर करने और अल्लाह के बताए हुए रास्ते पर चलने की नसीहत की।
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मस्जिद में जुमा की नमाज अदा करने पहुंचा नन्हा बच्चा, जुमा की नमाज अदा करते अकीदतमंद |
मौलाना ने कहा कि जुमे का दिन तमाम दिनों में सबसे ज्यादा अजीम होता है,जुमे का दिन तमाम दिनों का सरदार है इसलिए इस दिन में और अधिक इबादत करनी चाहिए।उन्होंने रोजे में अल्लाह की रजा हासिल करने की नसीहत की साथ ही लोगों से कहा कि वह रमजान के हर लम्हे की कदर करें और ज्यादा से ज्यादा इबादत करें।दारुल उलूम देवबंद की प्रसिद्ध मस्जिद रशीद में मुफ्ती अफ्फान मंसूरपुरी ने नमाज जुमा अदा कराई उसके बाद उन्होंने लोगों से खिताब करते हुए अपने मामले अल्लाह के हुक्म के मुताबिक करने की नसीहत देते हुए कहा कि जो लोगों को नाहक सताते हैं उन पर अल्लाह का गुस्सा नाजिल होता है और जो लोग हक पर होते हैं वही अल्लाह के नेक बंदे होते हैं और उन्हें अल्लाह की मदद और नुसरत हासिल होती है।उन्होंने कहा कि झूठ,फरेब,चुगलखोरी से परहेज रखें।किसी का भी बुरा न करें। रोजा बुराइयों को समाप्त कर अच्छाइयों की ओर अग्रसर करता है।उन्होंने रोजेदारों से अपील करते हुए कहा कि कुरान हदीस की बातों पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।अनावश्यक रूप से किसी भी बात में तूल ना दें। इबादत करते रहें।अपने रब से दुआएं मांगते रहें।इस दौरान नमाज अदा कर के रोजेदारों ने मुल्क में अमन व चैन की दुआएं मांगी।इनके अलावा शहर व देहात की तमाम बड़ी मस्जिदों में जुमा की नमाज अदा की गई।नमाज के बाद ग्रामीण अंचलों से आए लोगों ने जमकर खरीदारी की जिससे बाजार गुलजार बने रहे।रमजान में दूसरी जुमे की नमाज के लिए प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात के भी इंतजाम किए थे।