सम्भल। जुलूस के साथ लगाया सय्यद सालार मसूद गाज़ी का झण्डा।
- 22 मार्च को मनाया जायेगा सम्भल नगर में नेज़ा
उवैस दानिश\सम्भल। सय्यद सलार मसूद गाजी रहमतुल्लाह की याद में लगने वाले नेज़ा मले को लेकर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ढाल जुलूस शानौ शौकत के साथ निकाला गया। धार्मिक नारों के बीच फतेह का झण्डा ढाल गाढ़ी गई। अंत मे मुल्क व कौम की तरक्की को दुआ की गई।
धार्मिक नगर नेजा कमेटी के तत्वाधान मे नगर के मौहल्ला चमन सराय में जलसे के बाद परम्परागत झंडा ढाल का जुलूस निकाला गया। जो चमन सराय चौक, स्टेशन रोड, मोहल्ला ठेर दरीबा होते हुए कोतवाली के सामने झंडा-ए-फतह तारीखी को अपने धार्मिक स्थल पर लगाया गया साथ ही तिलावत कुरआन व तकरीरे उलमाए इकराम के बाद दुआ हुई। अब 21 मार्च को शाहबाजपुर कला, 22 मार्च को नगर पालिका परिषद व 23 मार्च को बादल गुंबद पर नेज़े मेले का आयोजन होगा। जुलूस के दौरान ऊँटो, घोड़ों व छोटा हाथी के नेज़े के आगाज़ के झंडे के साथ लोगो का हुजूम देखने को मिला जुलूस के दौरान तिरंगा झंडा भी लोग फहराते नज़र आये। अध्यक्ष शाहिद हुसैन मसूदी ने कहा कि नेज़े की ढाल आज परंपरागत तरीके से गाढ़ी गई है। इस बार 1004 वां नेजा मनाया जा रहा है। यह नेजा मोहब्बत का पैगाम देता है यह गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल है सय्यद सालार मसूद गाजी रहमतुल्ला अलैह ने सम्भल अमन शांति चैन के लिए कुर्बानियां जो हमारे बुजुर्ग गाने दीन ने दी हैं उसे यादगार हम लोग मनाते हैं आज हमने फतेह का झंडा गाढ़कर मेले का आगाज कर दिया। इस मौक़े पर शाहिद हुसैन मसूदी, चौधरी मुशीर, शाहज़ाद खा, मुशीर खाँ तरीन, तंज़ील अहमद, शकिलुर्रहमान मलिक, मौलाना फैज़ूल इस्लाम, मोहम्मद उमर, कय्यूम कुरैशी, आसिफ मसूदी साबरी, प्रधान आरिफ तुर्की, नवाब साद आदिल, सफ़दर मसूदी, चौधरी शरफ अली खा, कासिम मसूदी, असलम मसूदी, पीर जी तालिब हुसैन आदि लोग शामिल रहे।