सम्भल। सरकार की वादा खिलाफी पर गरजे किसान।
उवैस दानिश\सम्भल। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के साथ वादा खिलाफी व आलू किसानों की दुर्दशा के संबंध में भाकियू असली ने हल्ला बोलते हुए अपनी मांगों को महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन नायाब तहसीलदार को सौंपते हुए कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है, तो हम 16 मार्च व 20 मार्च को सरकार के विरोध में उग्र प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतरने का काम करेंगे।
सोमवार को अपनी समस्याओं को लेकर भाकियू असली के पदाधिकारी जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह यादव के नेतृत्व में नई तहसील स्थित उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जहां उपजिलाधिकारी विनय कुमार मिश्र की अनुपस्थिति में ज्ञापन नायब तहसीलदार भरत सिंह को महामहिम राज्यपाल के नाम सौपते हुए कहा कि सरकार पिछले चुनावी वर्ष में किसानों से किए गए सिंचाई हेतु मुफ्त बिजली देने के वादे से मुकर गई है। साजिश के तहत मीटर लगवाने का काम कर रही है। मांग करते हुए कहा कि किसानों को सिंचाई हेतु मुफ्त बिजली दी जाए और मीटर न लगाए जाए सरकार के इस वादा खिलाफी के विरोध में 20 मार्च को प्रदेश भर के बिजली केंद्रों व अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना दिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के आलू किसानों को आ रही समस्याओं के संबंध में भी ज्ञापन एडीएम को संबोधित नायाब तहसीलदार भरत सिंह को सौंपा, जिसमें कहा गया कि शीत ग्रह स्वामियों द्वारा आलू किसानों का खुला शोषण किया जा रहा है। भाकियू असली द्वारा इस मुद्दे पर पहले भी धरना दिया जा चुका है उस समय डीएम व एसडीएम ने आश्वासन दिया था मगर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है किसानों के प्रति सरकार बिल्कुल गंभीर नहीं है। आगे कहा कि सरकार ने आलू का भाव 650 रुपये प्रति कुंतल किया है जबकि प्रति कुंतल आलू में लागत 900 रुपये आती है हमारी मांग है की वादे के अनुसार डेढ़ गुना मुनाफा जोड़कर आलू का भाव 1350 रुपए प्रति कुंतल किया जाये। जिले में सरकारी खरीद केंद्र लगाया जाए, इन्हीं मांगों को लेकर भाकियू असली 16 मार्च को पैदल मार्च कर प्रदर्शन करेगी।