सम्भल। अधिवक्ताओं ने दिया सभासदों के धरने को समर्थन।
उवैस दानिश\सम्भल। नगर पालिका में करोड़ों के घोटाले के खुलासे तथा एक बाबू के खिलाफ कार्यवाही की मांग को धरना दे रहे निवर्तमान सभासदों के धरने की जिला प्रशासन उपेक्षा कर रहा है वहीं आंदोलन के दमन की साजिशें भी शुरु हो गई हैं कुचक्रों से बचने को निवर्तमान सभासद एएसपी से भी मिले थे। अधिवक्ताओं ने धरना स्थल पहुंचकर निवर्तमान सभासदो को समर्थन दिया है।
आपको बता दें कि सम्भल नगर पालिका म़े पच्चीस करोड़ से ज्यादा के घोटाले के खुलासे और आऱोपी बाबू के खिलाफ कार्यवाही को दस से ज्यादा सभासद धरना दे रहे हैं। निवर्तमान सभासदों को आंदोलन तोड़ने को ईओ और बाबू से शुरु से खतरा था जिससे बचाव को निवर्तमान सभासद निजी सीसीटीवी की निगरानी में धरना दे रहे ह़ैं। जैसी कि आशंका थी इस बीच बाबू की पत्नी ने आईजीआरएस पर पति को धमकाने की शिकायत कर दी है। जिसके बाद सभासद एएसपी से मिले थे और आंदोलनस्थल और सभासदों को सुरक्षा मांगी है। वहीं जिला स्तरीय अधिकारी पच्चीस करोड़ से अधिक के घोटाले के पूरे प्रकरण पर एक दम मौन हैं मच्छरों के बीच धरना दे रहे सभासदों की सुध लेने कोई अधिकारी धरनास्थल तक नहीं पहुंचा है। सोमवार को अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे सभासदों के बीच अधिवक्ता पहुंचे और उन्होंने अपना समर्थन निवर्तमान सभासदों को देते हुए कहा कि हम कानूनी रूप से इनकी सहायता के लिए इनका समर्थन करने के लिए सभासदों के साथ हैं।
चौधरी नदीम, एडवोकेट