हापुड़। मोबाइल पर लिंक भेजकर धनराशि उड़ानें वालें गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, नगदी,एटीएम कार्ड,लग्जरी कार बरामद।
- फोन पे, पेटीएम, गूगल-पे आदि ऑनलाइन पेमेंट गेटवे का भेजते थे लिंक
हापुड़। गढ़मुक्तेश्वर पुलिस व साइबर सेल ने भोले भाले लोगों को फोन कॉल करके स्वयं को परिचित रिश्तेदार बताकर उनको फोन पे, पेटीएम, गूगल-पे आदि का लिंक मोबाइल पर भेजकर धोखाधडी से रुपये निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 02 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 33 सौ रुपये की नकदी, 1 एटीएम कार्ड, 1 एप्पल आईफोन व अन्य कंपनियों के 3 मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त लग्जरी कार बरामद की है।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सोमवीर सिंह ने बताया कि कोतवाली में ठगी/धोखाधड़ी के प्रकरण में दर्ज मुकदमे में कार्रवाई करते हुए गढ़मुक्तेश्वर पुलिस ने दो शातिरों को एनएच-09, स्याना ओवर ब्रिज के पास से गिरफ्तार किया है। जोकि भोले-भाले लोगों को फोन कॉल करके स्वयं को परिचित/रिश्तेदार बताकर फोन पे, पेटीएम, गूगल-पे आदि ऑनलाइन पेमेंट गेटवे का लिंक भेजकर धोखाधडी से रुपये निकालते थे। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम साजिद खान मेवाती पुत्र इस्लाम खान मेवाती निवासी ग्राम अलियाबाद मेंहदीपुर (गौतमबुद्धनगर) व आमिर पुत्र नजमुद्दीन मेवाती निवासी सलेमपुर (हाथरस) बताया है।
पूछताछ में खुलासा:-
गिरफ्तार बदमाशों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हम अपने साथी वीरपाल के साथ मिलकर विभिन्न जनपदों व राज्यों में जगह-जगह घूम-फिरकर दुकानों इत्यादि स्थानों से मोबाइल नम्बर चोरी छिपे नोट कर लेते थे। उस मोबाइल नम्बर की सीरीज पर भोले-भाले लोगों को कॉल कर उन्हें परिचित या रिश्तेदार बताकर विश्वास में लेकर उनके खातों में स्वयं की उधारी का पैसा उनके खातों में फोन-पे, पेटीएम, गूगल पे आदि से उनके खातों में डालकर बाद में लेने की बातों में फंसाकर उनके पास लिंक भेजकर धोखे से उनका गोपनीय यूपीआई पिन डलवाकर फर्जी खातों के माध्यम से धनराशि ट्रांसफर कर निकालते थे। कॉल करने के लिये हम लोग फर्जी आईडी पर सिम निकलवाकर इस्तेमाल करते हैं।
कोतवाली प्रभारी ने बताया कि जनपद निवासी सचिन उज्जवल नामक व्यक्ति के साथ उनके रिश्तेदार बताकर उनके खातों में स्वयं की उधारी का पैसा फोनपे व गूगलपे द्वारा डलवा कर बाद में लेने की बातों में फंसाकर उनके पास 07 बार लिंक भेजकर धोखे से गोपनीय यूपीआई पिन डलवाकर कुल 74801/- रुपये की धनराशि फर्जी खातों के माध्यम से ट्रांसफर कर निकाल लिये थे। गिरफ्तार बदमाश शातिर किस्म के अपराधी /ठग हैं। जोकि एनसीआर क्षेत्र के जनपदों व अन्य राज्यों में इस प्रकार की घटनाओं अंजाम देकर लाखों रूपये की ठगी कर चुके है।