कानपुर। कच्चे मकान में रहने को मजबूर परिवार: अधिकारियों के चक्कर काटकर थक चुका गरीब परिवार, नहीं मिला पीएम आवास योजना का लाभ।
रिपोर्ट- इब्ने हसन ज़ैदी
कानपुर। कानपुर के विकास खंड सरसौल क्षेत्र के डोमनपुर गांव एक परिवार कच्चे मकान में रहकर जीवन यापन करने को मजबूर है। परिवार को सरकार की प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं पा मिल रहा। परिवार के लोग संबन्धित विभाग के दफ्तरों के चक्कर काटकर थक चुके है। सरकार के द्वारा चलाई जा रही कई योजनाओं से परिवार वंचित है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत डोमनपुर के मौजा पश्चिम की रहने वाली सुनीता देवी ने बताया कि उनका परिवार कई सालों से कच्चे मकान में रहकर जीवन-यापन कर रहा है। यह गरीब परिवार सरकारी आवास योजना की लिस्ट में अभी तक शामिल नहीं हों सका है।
- अधिकारियों के चक्कर काटकर थक चुका परिवार
उन्होंने बताया कि पीएम आवास के लिए सचिव से लेकर तहसीलदार और एसडीएम के दफ्तर के चक्कर काटकर थक चुके हैं। सुनीता ने कहा कि परिवार में छोटे-छोटे चार बच्चे है जो कि अपने साथ ले जाकर दूसरों के खेतों में मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। वही स्थानीय लोगों ने बताया कि उनका मकान पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। इस परिवार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
- सरकार की किसी भी योजना का नही मिलता परिवार को कोई लाभ
जानकारी के अनुसार पीड़ित परिवार ने बताया कि उसे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है। बारिश में छप्पर से पानी टपकता है। पूरी रात सभी लोग एक साथ बैठकर रात गुजारते है। परिवार में छोटे-छोटे बच्चे हैं। जिन्हें बरसात के दिनों में विषैले कीड़े मकौड़ों का भी डर बना रहता है। बरसात के दिनों में जब छप्पर से पानी टपकता है तो परिवार को खाना बनाने की भी जगह नहीं बचती है।