सम्भल। बढ़ई ने दलित महिला की अर्थी तैयार करने से किया इन्कार।
उवैस दानिश\सम्भल। जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे यहां एक दलित महिला की मौत के बाद अर्थी को तैयार करने से गांव के बढ़ई ने साफ इंकार कर दिया बढ़इयो ने काम का बहाना बनाकर अर्थी बनाने से मना किया है जिसे लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है वही सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई किसी तरह ग्रामीणों को समझा-बुझाकर दूसरे गांव से बढ़ई को बुलाया गया और अर्थी को तैयार कराकर दलित महिला का अंतिम संस्कार कराया गया।
पूरा मामला ऐंचौड़ा कंबोह थाना इलाके के गांव बाबूखेड़ा का है यहां गांव निवासी 60 वर्षीय दलित महिला की मौत हो गई बताते हैं कि बीमारी के चलते महिला ने रविवार सुबह दम तोड़ दिया जिसके बाद परिवार में मातम पसर गया गांव के लोगों के अलावा मृतक के रिश्तेदार भी अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पहुंच गए लेकिन इसी बीच गांव में एक ऐसा वाकया घटा जिसके बाद दलित परिवार में मानो भूचाल आ गया हो बताते हैं कि गांव में जो बढ़ई अर्थी को सजाने का काम करते हैं उन्होंने अर्थी तैयार करने से मना कर दिया आरोप है कि बढ़ईयों ने काम का बहाना बनाकर अर्थी तैयार करने से साफ इंकार कर दिया जिसके बाद दलितों में आक्रोश फैल गया और हंगामा शुरू कर दिया ग्रामीणों के अनुसार बढ़ई को समझाने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने समय का अभाव बताते हुए अर्थी को तैयार नहीं किया जिसके बाद दलित महिला के अंतिम संस्कार को लेकर परिवार के लोग चिंतित हो उठे क्योंकि बिना अर्थी के शव को श्मशान घाट तक नहीं ले जाया जा सकता इसी बीच किसी ने थाना पुलिस को सूचना दे दी जिसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई इस दौरान पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी एकत्र की चूंकि गांव में गम का माहौल होने की वजह से पुलिस ने मृतक परिजनों को समझाया इसके बाद तय हुआ कि किसी अन्य गांव से बढ़ई को बुलाकर अर्थी को तैयार कराया जाए तत्काल दूसरे गांव से बढ़ई को बुलाया गया बढ़ई ने आने के बाद अर्थी को तैयार किया तब कहीं जाकर परिवार के लोगों की अटकी हुई सांसों में जान आई और मृतक महिला का अंतिम संस्कार कराया गया वहीं इस घटना के बाद दलित परिवारों में गांव के बढ़ईयों के प्रति नाराजगी है मृतक महिला के देवर सुभाष ने बताया कि उसकी भाभी का आज निधन हो गया है गांव के बढ़ई ने अर्थी तैयार करने से मना कर दिया है कहा कि उनके पास समय नहीं है पहले हमेशा अर्थी बनाने आते थे लेकिन इस बार अर्थी बनाने से साफ इनकार कर दिया गांव में पुलिस भी पहुंची है जब गांव के बढ़ई ने अर्थी को नहीं बनाया तो एक अन्य गांव से बढ़ई को बुलाकर अर्थी तैयार कराई गई इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने बताया कि उनके संज्ञान में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है इस मामले की थाना पुलिस से जानकारी की जा रही है बताया जा रहा है कि गांव में पार्टीबंदी चल रही है जिस वजह से बढ़इयो ने दलित परिवार की अर्थी को सजाने से इन्कार किया है।