बैतूल। खबर का असर: आखिर हुई आयुषी मेडिकल पर कार्यवाही, फर्जी मेडिकल संचालक डिग्री किसी और कि संचालन कोई और करता पाया गया ,मेडिकल हुआ सील।
रिपोर्ट- शशांक सोनकपुरिया
बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में आये दिन जनता की जान से खिलवाड़ के मामले सामने आ रहे है, जैसे सबसे पहले हमारे द्वारा फर्जी पैथोलॉजी लैब की खबरें लगातार प्रकाशित की जाती रही जिस पर किसी प्रकार से कोई कार्यवाही ही नही की गई।
सीएमएचओ साहब द्वारा जिसका खामियाजा भी वो भुगत चुके है जिन्हें हमारे मुख्यमंत्री जी ने एक कार्यक्रम के दौरान मंच से सस्पेंड कर दिया था कि, एक और नया मामला सामने आ गया जहाँ जिस फार्मासिस्ट के नाम से मेडिकल स्टोर्स का लाइसेंस बनवाया गया है वो तो सप्ताह में एक बार ही आते है और ट्रेनी फार्मासिस्ट लड़के और डीएमएलटी और इंजीनियरिंग किये हुए संचालक द्वारा मेडिकल स्टोर्स संचालित किया जा रहा है।
अब सवाल यह है कि क्या यह बात ड्रग इंस्पेक्टर नही जानते या जानते हुए भी अनजान बने हुए है चूंकि हमने उन्हें कल ही इस मामले से अवगत करवा दिया था पर कोई कार्यवाही सामने नही आई इस बात से साफ जाहिर होता है कि कही न कही ड्रग इंस्पेक्टर के संरक्षण में यह फर्जी मेडिकल संचालक लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहा है । आपको बता दें कि नियमानुसार जिस फार्मासिस्ट के नाम से लाइसेंस जारी किया जाता है
उसका एक मिनट भी मेडिकल स्टोर से कही जाना मुमकिन ही नही है क्योंकि एक फार्मासिस्ट को लाइसेंस 12 घंटे का ही दिया जाता है अगर 24 घण्टे का लाइसेंस लिया है फार्मासिस्ट ने तो उसे 24 घंटे मेडिकल में उपस्थित होना अनिवार्य है अब हम यहाँ बात आयुषी मेडिकल के संचालक की कर रहे है जिनसे हमारे द्वारा सवाल किए जाने पर उन्होंने बताया कि यह लाइसेंस उनके किसी दोस्त के नाम है जो सप्ताह में 1 बार आ जाते है।
इस मामले में जब नए सीएमएचओ साहब सुरेश कुमार बौद्ध जी से संपर्क किया गया और उन्हें बताया गया कि इस तरह से फर्जी रूप से मेडिकल संचालन का मामला सामने आते ही सीएमएचओ साहब पूरी टीम को लेकर मौके पर पहुँचे जहाँ पाया गया कि जो खबर हमारे द्वारा लगातार प्रकाशित की जा रही थी आयुषी मेडिकल फर्जी रूप से संचालित हो रही थी मौके पर मेडिकल का लाइसेंस जिसके नाम से है।
वो मौके पर नही पाया गया बल्कि एक स्टूडेंट द्वारा मेडिकल संचालित करना पाया गया और मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कागजों को जब्त कर मेडिकल को सील करने की कार्यवाही तत्काल प्रभाव से की और लोंगो की जान से खिलवाड़ करने वाले मेडीकल संचालक को नोटिस देकर जवाब तलब करने की बात भी कही है ।
सुरेश कुमार बौद्ध ( सीएमएचओ बैतूल)