पीलीभीत। गोमती नदी की पैदल यात्रा कर रही वाटर वूमेन शिप्रा पाठक का शाहजहांपुर में हुआ भव्य स्वागत।
रिपोर्ट- कुँवर निर्भय सिंह
- गोमती उद्गम स्थल तीर्थ माधोटांडा से चलकर शाहजहांपुर जिला पहुंची पैदल यात्रा
- 960 किलोमीटर की अद्भुत यात्रा से पहले नर्मदा परिक्रमा भी कर चुकी है शिप्रा
पीलीभीत। पंचतत्त्व की संस्थापक वाटर वूमेन शिप्रा पाठक ने गोमती पैदल यात्रा करते हुए पीलीभीत जिले के गोमती घाटों से होते हुए शाहजहांपुर की सीमा में प्रवेश किया। इस दौरान उन्होंने सुनासीरनाथ शिवालय पहुंचकर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया वहां पहुंचने पर गोमती भक्तों ने उनका जोरदार स्वागत किया।आपको बताते चलें शिप्रा पाठक पीलीभीत के माधोटांडा के गोमती उद्गम स्थल से कैथी तक की पैदल यात्रा पर पिछले कई दिनों से निकलीं है जिसमें कई सारे घाटों, खेतों,सड़कों के दुर्गम रास्ते को नापते हुए यात्रा यहां पहुंची। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य नदी किनारे पड़ने वाले ग्रामवासियों को नदी का पर्यावरण के प्रति महत्व बताना है।
इसके अलावा नदी किनारे पड़ने वाले अतिप्राचीन शिवालयों को भी सूचीबद्ध करना है। गोमती भक्तों को संबोधित करते हुए शिप्रा पाठक ने कहा कि पर्यावरण की जिम्मेदारी अकेले सरकार की नही है कुछ कर्तव्य हमारा भी बनता है अपनी प्रकृति के प्रति। हम देख रहे हैं जंगल खत्म हो रहे हैं जल का स्तर गिरता जा रहा है। इसके जिम्मेदार बहुत हद तक हम लोग स्वयं है। हम सभी लोग एकत्र होकर अगर एक साथ प्रकृति के प्रति समर्पित रहेंगे तभी परिवर्तन संभव है अन्यथा एक दिन ऐसा आएगा की हमारे वातावरण में प्रदूषण की मात्रा इतनी ज्यादा हो जायेगी कि हम सांस में ऑक्सीजन के साथ जहर भी लेने लगेंगे। कार्यक्रम के मुख्य आयोजन मोनू गुप्ता ने एवं संचालन प्रदीप बैरागी प्रकृति प्रेमी ने किया।
विपिन मिश्रा खंड प्रचारक,देवेश गंगवार नगर कार्यवाह,सुधीर मिश्रा मंडल उपाध्यक्ष भाजपा,ओमपाल शुक्ला मंडल मंत्री,अंकुर अवस्थी,सचिदानंद पांडे,सहर्ष शर्मा,सुशील कुमार,प्रांशु वर्मा,रामनिकेत मिश्रा आदि गोमती भक्त समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।