महमूदाबाद/सीतापुर। प्रेमिका ने पति के साथ मिलकर की थी प्रेमी की हत्या।
महमूदाबाद/सीतापुर। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम समनापुर निवासी लल्लन सिंह पुत्र जंग बहादुर सिंह ने नौ मार्च को पुलिस को प्रार्थनापत्र देकर बताया कि उसका भाई अखिलेश संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया है। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पता चला कि समनापुर निवासिनी गौरी देवी उर्फ पार्वती पत्नी जगदीश से शादी से पूर्व संबंध थे। इसके बाद पुलिस की जांच में पता चला कि गौरी उर्फ पार्वती होली पर गांव आई है। पुलिस ने गौरी को हिरासत में लिया और सख्ती से पूंछतांछ की तो घटना का राजफाश हो गया। गौरी ने बताया कि उसके शादी के पहले अखिलेश से संबंध थे। शादी के बाद भी अखिलेश उससे जबरिया संबंध रखना चाहता था। इन दोनों के संबंधों की भनक गौरी के पति को लग गई तो उसने अखिलेश को रास्ते से हटाने की योजना बना डाली। होली के दिन गौरी जब मायके समनापुर गई तो उससे काल करवाकर अखिलेश को गांव से उत्तर निकली सुमली नदी के किनारे मिलने को बुलाया।
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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। |
अखिलेश जब गौरी से मिलने सुमली नदी के किनारे पहुंचा तो वहां गौरी के साथ पहले से घात लगाए बैठे पति जगदीश पुत्र राजाराम निवासी कुम्हारनपुरवा, दोस्त लक्ष्मी राजवंशी पुत्र रधुनाथ निवासी कुम्हारनपुरवा कोतवाली बिसवां ने अखिलेश को पकड़ लिया। तीनों ने मिलकर पहले तमंचे की बट से अखिलेश के सर पर वार कर अधमरा कर दिया गिर नदी में डुबो-डुबोकर मार डाला। इसके बाद शव को नदी में फेंक दिया। पुलिस ने गौरी की निशानदेही पर सुमली नदी से अखिलेश का शव बरामद कर लिया है। कोतवाल विजयेंद्र सिंह ने बताया कि घटना को अंजाम देने वाले गौरी उर्फ पार्वती पत्नी जगदीश, पति जगदीश पुत्र राजाराम, जगदीश के दोस्त लक्ष्मी राजवंशी पुत्र रघुनाथ निवासी कुम्हारनपुरवा को हत्या में प्रयुक्त तमंचे के साथ गिरफ्तार कर अपहरण व हत्या के जुर्म में जेल भेज दिया गया है।