अयोध्या। आम का बौर देख किसानों के चेहरे खिले, किसान कीट,पतंगे व प्राकृतिक प्रकोप व मौसम से सशंकित।
देव बक्श वर्मा
अयोध्या। आम को सभी फलो का राजा कहा जयाता है।राजा के आने पर कौछ न कुछ बदलाव होना स्वाभाविक है। अयोध्या जनपद के ग्रामीणों अचलो में आम के पेड़ों में बौर को देखकर किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। जिस तरह इस बार पेड़ों में बौर लगे हैं उसे देख किसानों को आम के बेहतर पैदावार की आशा जगी है। लेकिन उन्हें ओलावृष्टि तेज हवा की चिता सताने लगी है। आम के फसल को बचाने के लिए किसान कई प्रकार की दवाओं का छिड़काव भी कर रहे हैं। किसानों ने अनुसार पिछले साल आम की फसल कम हुई थी, लेकिन इस बार लगता है कि पिछले साल की तुलना में इस साल आम का अधिक उत्पादन होगा।
किसानों का कहना है कि आम फलों का राजा कहलाता है तथा इसकी मांग ग्रामीण क्षेत्र से बाजार तक एक जैसी होती है। आम के पेड़ों में जिस तरह बौर आया है, इस बार आंधी की संभावना भी उतनी ही प्रबल है। जब जब आम के पेड़ों में ज्यादा बौर व फल आते है तब तब आंधी तूफान आने की संभावना ज्यादा बनी रहती है। आम की फसल मे माहू लासा आदि का प्रकोप हानिकारक होता है । कीटनाशी पेड़ की छाल के दरारों में छुपे मधुआ कीट तक पहुंचे। वायुमंडल का तापमान बढ़ने के साथ अपनी संख्या वृद्धि में लग जाती है। बौर में सरसों के बराबर दाना लग जाने पर कीटनाशी के साथ साथ किसी एक फफूंदनाशी को मिला कर छिड़काव करना चाहिए। जो रोग से सुरक्षित रखता है।