शाहजहांपुर। ऐमल शाह उर्फ़ बड़े बाबा साहब का तीन दिवसीय उर्स संपन्न।
- कुल शरीफ़ में हुई खुशहाली की दुआ, जायरीन ने की चादरपोशी
फै़याज़उद्दीन साग़री\शाहजहांपुर। हज़रत ऐमल शाह उर्फ बड़े बाबा साहब रहमतुल्लाह अलैह का तीन दिवसीय सालाना उर्स मुबारक शुक्रवार को खुशहाली व तरक्की की दुआ के साथ सम्पन्न हो गया। मोहल्ला रंगीन चौपाल में मजार के पास सुबह दस बजे कुल शरीफ का तिलावत ए क़ुरआन के साथ आग़ाज़ हुआ। हाफ़िज़ आलम बरकाती ने नात व मनकबत पेश की। क़ुरआन की आयात पढ़कर साहिबे उर्स को इसाले सवाब करते हुए हाफ़िज़ आलम बरकाती ने मुल्क की तरक्की व खुशहाली की दुआ की।
महफ़िल ए समा में कव्वाल शान अहमद नियाज़ी का सूफियाना कलाम सुनकर जायरीन झूम उठे। लंगर पाने के लिए लोगों की भीड़ जुटी रही। इस दौरान जायरीन ने मजार पर चादरपोशी व गुलपोशी की। इस मौके पर शायर अख़्तर शाहजहांपुरी, नवाब कैसर अली, नासिर अली, राशिद हुसैन, आतिफ खां, नूर अहमद लाला, सईद, एहतिशाम खां, तारिक, मुजम्मिल अली, हैदर, हसन, हनीफ वारसी, अबरार, इमरान खां, दाऊद खां, मुख्तार, सुहैल अहमद नियाज़ी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।