शाहजहांपुर। मुमुक्षु महोत्सव तृतीय दिवस पर महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सभी देवी देवताओं का पूजन व रुद्राभिषेक किया।
फै़याज़उद्दीन साग़री
शाहजहांपुर। मुमुक्षु महोत्सव के अंतर्गत रुद्रमहायज्ञ के तृतीय दिवस पर महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद के सानिध्य में स्वामी सर्वेस्वरानंद ने 15 वैदिक विद्वान ब्राह्मण आचार्य जयंत पाठक पं प्रवीन वशिष्ठ, पं विनय पाराशर, पं शिवम दुबे, पं ललित तिवारी, पं रवि पांडेय, पं गौतम मिश्रा, आचार्य, आदेश पांडेय, पं सुभाष त्रिवेदी, पं दिलीप त्रिवेदी, पं. धीरज मिश्रा, पं. मेहुल मिश्रा, पं. लक्ष्य मिश्रा पं. विशाल मिश्रा, पं. अर्वेश मिश्रा के साथ यज्ञ मंडप में आवाहित सभी देवी देवताओं का पूजन व रुद्राभिषेक किया। एवं अरणीमंथन के द्वारा अग्नि प्रवेश करके यज्ञ की आहुति रुद्रास्ट्राध्यायी द्वारा प्रदान की गई।
एवं यज्ञाचार्य जयंत पाठक ने कहा कि रुद्राभिषेक के द्वारा असाध्य रोगों को समाप्त किया जा सकता है व हमारे धर्मग्रंथों के अनुसार हमारे द्वारा किए गए पाप ही हमारे दु:खों के कारण हैं। रुद्रार्चन और रुद्राभिषेक से हमारी कुंडली से पातक कर्म एवं महापातक भी जलकर भस्म हो जाते हैं और साधक में शिवत्व का उदय होता है तथा भगवान शिव का शुभाशीर्वाद भक्त को प्राप्त होता है और उनके सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि एकमात्र सदाशिव रुद्र के पूजन से सभी देवताओं की पूजा स्वत: हो जाती है।