नैमिषारण्य/सीतापुर। जीवन को सुधारती है भागवत कथा :आनंद भाई शास्त्री
रिपोर्ट- गौरव दीक्षित
नैमिषारण्य/सीतापुर। ८८ हजार ऋषि मुनियो की तपोस्थली विश्वविख्यात तीर्थ नैमिषारण्य किशन भवन आनंद आश्रम निकट चक्र तीर्थ में मंगलवार को श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन कथा व्यास आनंद भाई शास्त्री भाई श्री ने कहा कि बड़े भाग्य से तीर्थ मे भागवत कथा सुनने का अवसर मिलता है।
मनुष्य के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। जो व्यक्ति भागवत कथा को आत्मसात कर लेता है, वह सांसारिक दुखों से मुक्त हो जाता है। धुंधकारी के प्रसंग मे महराज श्री ने बताया की जीवन की सार्थकता केवल हरी भजन मे है जीवन मे संगत का बहुत प्रभाव पड़ता है एक बाप के दो बेटे है एक चोर हो गया दूसरा महा पंडित हो गया इसीलिए हर मा बाप की जिम्मेदारी है की होने संतान की संगती पर बहुत नज़र रखे इस महायज्ञा मे चंडीगढ़ से पधारे राजेंद्र बंसल ,मध्य प्रदेश से मुन्ना काका सहित बड़ी संख्या मे श्रद्धालु श्रोता गण उपस्थित रहे।