सम्भल। अजमेर शरीफ के वरिष्ठ सदस्य सय्यद बाबर अशरफ अशरफी अल जिलानी ने मदनी के बयान से कड़ी नाइत्तेफाकी जताई।
उवैस दानिश\सम्भल। मौलाना असद मदनी के बयान से मचे सियासी घमासान के बीच हजरत ख्वाजा गरीब नवाज प्रबंध कमेटी अजमेर शरीफ के वरिष्ठ सदस्य सय्यद बाबर अशरफ अशरफी अल जिलानी ने मदनी के बयान से कड़ी नाइत्तेफाकी जताई है। उन्होंने कहा कि मौलाना मदनी का बयान सियासी है। ऊं कहने वाले को अल्लाह कहने को पाबंद नहीं कर सकते।
सय्यद बाबर अशरफ अशरफी अल जिलानी नूरियो सराय स्थित एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। वहां उन्होंने कहा कि मजहबी लोगों को सियासी बयान नहीं देना चाहिए लोगों की अपनी मान्यता है धर्म चाहे कोई भी हो किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। किसी को किसी के साथ मिक्स नहीं करना चाहिए। किसी की आस्था को ठेस पहुंचाना ठीक नहीं है हिंदू हो या मुसलमान खल्क मल्क किसी को बर्दाश्त नहीं है।
सय्यद बाबर अशरफ मिंया ने कहा कि मुझे बहुत साफ अल्फाज में इस बात को कह देना है इस्लाम में किसी को किसी के साथ मिक्स करना किसी की आस्था को ठेस पहुंचाना। आप वह जुमले भी नहीं कहिए जिससे मुसलमानों को उनकी आस्था को कोई ठेस पहुंचे। वह जुमले भी नहीं कहिए जिससे हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचे या क्रिश्चियन यहूद को पहुंचे या न सादा को पहुंचे। जिसकी जो मान्यताएं हैं। उन मान्यताओं के हिसाब से वह चल रहे हैं हम अल्लाह को एक मानते हैं अल्लाह ही कहते हैं अल्लाह को एक जानते हैं उसमें किसी किस्म का खल्क मल्क जो है ना मुसलमान बर्दाश्त करता है ना दूसरे लोग बर्दाश्त करते हैं हमारा काम है हम तबलीग करें हक बात को बताएं जो काम हमारे बुजुर्गों ने किया उसी काम को करें। जिसकी जो मान्यता है वह अपने मान्यता के हिसाब से जो ओम कहते हैं हम उनको अल्लाह कहने पर पाबंद नहीं करते। हम तकलीफ जरूर करते हैं इस बात के लिए कि एक अल्लाह है उसको सब लोग मानो उसकी पूजा करो इस किस्म के खल्क मल्क करके इंतेशार बरपा करने पर कतई तौर पर यकीन नहीं करते यह सियासी बयान है हम मजहबी लोगों को सियासी बयान नहीं देना चाहिये।