कानपुर। ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के दर्शन कराएगी वातानुकूलित बस, कानपुर के पर्यटन को बढ़ावा देने की एक पहल।
रिपोर्ट- इब्ने हसन ज़ैदी
कानपुर। औधोगिक नगरी कानपुर अपने भीतर ऐतिहासिक धार्मिक और क्रांतिकारी यादों को संजोए हुए है। कानपुर में बसी बिठूर नगरी इसका जीता जागता उदाहरण है। यहां पर सृष्टि की रचना करने वाले ब्रह्मा जी की नाभि, ध्रूटीला , सीता रसोई और महाकाल मंदिर स्थापित है। साथ ही क्रांतिकारियों की याद दिलाने वाला नाना साहब पेशवा महल और रानी लक्ष्मी बाई की झलक भी देखने को मिलती है।
कानपुर शहर से बिठूर की दूरी ज्यादा होने की वजह से बहुत लोग इन ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के दर्शन नहीं कर पाते थे। लेकिन अब कानपुर के समाजसेवी मुरारी लाल अग्रवाल ने मोती झील से कानपुर दर्शन नाम की बस चलाने की शुरुआत की है। जिसमे खाना पीना और बस के सफर के लिए महज 250 रुपये देने पड़ेंगे। कानपुर दर्शन नाम की बस लोगों को बिठूर के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के दर्शन कराएगी।
एमएलए के नाम से मशहूर हो चुके मुरारी लाल अग्रवाल को यह प्रेरणा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मिली थी। एक मुलाकात के दौरान राज्यपाल महोदाय ने उनसे इस तरह की बस चलाने का आग्रह किया था। जिसके बाद मुरारी लाल ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस बस का संचालन किया। कानपुर दर्शन के लिए कोई भी व्यक्ति या फिर ग्रुप इसकी बुकिंग करा सकता है।
कानपुर के सरसैया घाट से साधू संतो की मौजूदगी में बस को हरी झंडी देकर रवाना किया गया। चैतन्य पुरी महाराज ने एमएलए ग्रुप की सराहना करते हुए कहा कि कानपुर के लिए यह एक अच्छी पहल है। इसके माध्यम से लोगों को कानपुर के एतहासिक और धार्मिक स्थलों के दर्शन करने का लाभ मिलेगा।