पिहानी। हाय हाय पत्रकारिता भी बदनाम, रंगदारी करते दो पुलिस की हिरासत में।
नवनीत कुमार राम जी
- तथाकथित पत्रकार बनकर कोटेदारों से रंगदारी करने मे दो गिरफ्तार, अतिरिक्त कोतवाल पी पी सिंह पूछताछ में जुटे।
पिहानी। विकासखंड के अंदा इब्राहिमपुर कोटेदार का आरोप है कि रंगदारी न देने पर राशन की दुकान में घुसकर बांट रजिस्टर आदि चेक करने लगे, आपत्ति जताने पर तोड़फोड़ गाली गलौज व जान से मारने की धमकी दी । ग्रामीणों ने दोनों तथाकथित पत्रकार को पकड़ा और पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में जानकारी में भी भ्रमित कर रहे हैं। तथाकथित पत्रकार ऐसे कई दर्जनों तथाकथित पत्रकारों से परेशान है कोटेदार, प्रधान अन्य कर्मचारी तथाकथित पत्रकारों पर पिहानी पुलिस का चला चाबुक, पिहानी क्षेत्र के कई तथाकथित पत्रकार घेरे में, एडिशनल एसपी दुर्गेश कुमार सिंह ने कहा कि क्षेत्र में फर्जी पत्रकारों द्वारा धौंस दपट कर पत्रकारिता को बदनाम किया जा रहा। सोशल मीडिया ट्विटर पर मनचाही बात लिखकर पत्रकारिता को कलंकित करने का प्रयास किया जा रहा हैं। हिरासत में लिए गए दोनों यदि फर्जी पत्रकार पाए गए तो सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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तथाकथित पत्रकार रंगदारी करने में पहुंचे पिहानी कोतवाली |
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के मंडल अध्यक्ष ने कहा कि फर्जी पत्रकारों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। पत्रकारिता के मापदंड तय होना चाहिए, पत्रकारों की एक भीड़ सी हो गयी है, जिसमे पत्रकार खो गया है। सरकार ने जनसम्पर्क विभाग तो बनाया लेकिन पत्रकारों के लिए कोई मापदण्ड तय नही किए, पत्रकार किसे माना जाए ? क्या हाथ मे माइक आईडी ही पत्रकारिता का तमगा बन गया है?
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ने कहा कि वैसे भी फर्जी पत्रकारों की बढती तादात ने पत्रकारिता छवि को धूमिल कर दिया है। इसमें हैरानी का विषय यह है कि अपने आप को स्वंयभू पत्रकार घोषित करने वाले पत्रकारों की शैक्षिणकता पर ही प्रश्रचिन्ह नही बल्कि इनकी कार्यशैली भी संदेह के घेरे में रहती है। यह स्थिती बडी गम्भीर है ,क्योकि आगामी भविष्य में इसके दूरगामी नकारत्मक परिणाम से मीडिया ग्रुप ही नही बल्कि प्रोफशनल पत्रकार भी अछूते नही रह पायेगे।