गाज़ीपुर। अनोखी शादी, पिता की अंतिम विदाई, तो बेटी की उठी डोली।
रिपोर्ट - महताब आलम
गाज़ीपुर। कहते है की जिंदगी जिन्दा दिली का नाम है मुर्दा दिल क्या खाक जिया करते है, इस का मतलब है खुशी में ही सुख है, गाज़ीपुर के नंदगंज में एक अनोखी शादी में गम और खुशी दोनों के ही आशुँ देखने को मिला।
बेटी के चंद दिनों बाकी शादी के दिन से पहले ही जब पिता की मौत हो गयी तो घर वालों ने पिता का शव रोक कर बेटी की शादी करा कर सुनहरे जिंदगी के लिए मृतक पिता से आशीर्वाद लिया। नंदगंज निवासी मृतक पिता राजेश मोदनवाल वाल की बेटी की आज घर वालों द्वारा उस के ससुराल बडेसर बाजार धान पान लेकर जाना था और 25 जनवरी को नंदगंज बारात आनी थी परन्तु रात्रि में ही वैष्णवी के पिता राजेश मोदनवाल की मौत हो गई, पिता की आखिरी इच्छा पूरी करने के लिए एक तरफ पिता का शव था तो दूसरी तरफ बेटी की शादी हुई।
विष्णु मोदनवाल (चाचा)