विशेष: देश राग
देश राग
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लाजबाव हर अदा तुम्हारी चंदा जी
मानी सबने तुमसे हारी ,चंदा जी
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ठंडक बांट रहे हो तपती रातों में
दुनिया दिल से है आभारी,चंदा जी
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तुम सबके हो, सबने तुमसे प्यार किया
बच्चों से है रिश्तेदारी चंदा जी
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घटना -बढना तुमसे सीखा फोकट में
उपमा सबसे ज्यादा प्यारी चंदा जी
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तुमसे बतिया कर मन हल्का होता है
हर लेते हो हर बीमारी चंदा जी
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देवदास की पारो हो या चंद्रमुखी
खोज मुसलसल इस पै जारी चंदा जी
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हिंदू हो या मुसलमान तुम पता नहीं
चाहे तुमको दुनिया सारी चंदा जी
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किंवदंतियां हजारों तुमसे बाबस्ता
तुम मरहम हो,तुम चिंगारी ,चंदा जी
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राकेश अचल (वरिष्ठ पत्रकार)