भरतपुर। केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान : परिंदों की चहचाहट संग पदचापों की गूंज।
- 3 सौ से ज्यादा प्रजातियों के परिंदों ने डेरा डाला
- 7344 देशी पर्यटकों ने किया घना का भ्रमण
- 238 विदेशी पर्यटक पहुंचे परिंदों को देखने
- 3660 विद्यार्थियों ने निहारी परिंदों की उड़ान
भरतपुर। विश्व प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान में पक्षियों की चहचाहट के संग पर्यटकों के पदचापों से गूंजता रहा। मौका था वर्ष 2022 को विदाई देने और नए साल 2023 के स्वागत करने का। इन दो दिनों में 300 से ज्यादा प्रजातियों के रंग-बिरंगे पक्षियों को निहारने के लिए जयपुर, आगरा, फतेहपुरसीकरी, मथुरा के साथ ही देश के विभिन्न प्रांतों के साथ विदेशी पर्यटक भी खूब पहुंचे।
हालांकि पर्यटकों के पक्षियों की नगरी में पहुंचने का सिलसिला बड़े दिन 25 दिसम्बर से ही शुरू हो गया था। स्कूलों में शीतकालीन अवकाश के चलते स्कूली बच्चे भी अच्छी खासी तादात में घना पहुंचे और उन्होंने भी पक्षियों की अठखेलियों का आनंद लिया।
परिंदों की उन्मुक्त उड़ान का लुत्फ उठाते समय बच्चों के चेहरे खिल उठे। देशी-विदेशी पर्यटकों की आवक अधिक होने के कारण इन दिनों घना में रिक्शे भी कम पड़ गए। वहीं घना प्रशासन के साथ होटल व्यवसाय भी चहक उठा।
घना में इन दिनों चाइना कूट, सबलर, इंडियन सारस, ओपन बिल स्टॉर्क, स्पून बिल, परपल हेरन आदि अठखेलियां पर्यटकों को लुभा रही हैं। उधर, घना डीएफओ नाहर सिंह ने बताया कि इस बार सीजन अच्छा रहा है। देशी-विदेशी पर्यटकों की आवक भी खूब हुई है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)