सम्भल। इसहाक सम्भली के नाम से खोली जाएगी सम्भल में यूनिवर्सिटी।
उवैस दानिश
सम्भल। पूर्व सांसद और लोकसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर व स्वतंत्रता सेनानी मौलाना इसाक सम्भली की 23 वी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए सम्भल में एक यूनिवर्सिटी खोलने का ऐलान किया गया सभी ने अपने अपने माध्यम से यूनिवर्सिटी में सहयोग करने का वादा किया।
जनपद सम्भल के सम्भल कोतवाली क्षेत्र स्थित मोहल्ला कोट गर्वी में आयोजित पूर्व सांसद, लोकसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर व स्वतंत्रता सेनानी मौलाना इसहाक सम्भली की 23 वी पुण्यतिथि पर विपक्षी नेता भी एक मंच पर नजर आये। एक साथ नेताओं व समाजसेवियों ने पूर्व सांसद को याद किया और उनके कार्य व सादगी आदि पर प्रकाश डाला और श्रद्धांजलि दी। इस दौरान वक्ताओं ने बेटियों की शादी पर भी सहायता करने का संकल्प लिया। इस दौरान पूर्व सांसद मौलाना इसहाक सम्भली के नाम से सम्भल में यूनिवर्सिटी खोले जाने का भी ऐलान किया गया। सभी वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखते हुए यूनिवर्सिटी के लिए हर संभव सहायता देने का ऐलान किया। इस दौरान नरेशपाल ने कहा कि मौलाना इसहाक सम्भली एक ईमानदार इंसान थे उन्होंने अंग्रेजों से वह मुकाबला किया जो आज तक सम्भल के इतिहास में अमर है। 6 मार्च 1941 को पूर्व सांसद मौलाना इसहाक सम्भली अंग्रेजों के खिलाफ चलाए गए भारत छोड़ो आंदोलन में गोंडा जेल में बंद किए गए थे। अंग्रेजों ने 22 दिसंबर 1942 को रायबरेली जेल में भी बंद रखा गया था। अंग्रेजी शासनकाल में गोंडा जेल में बंद रहने के दौरान उनके ऊपर किए गए अत्याचार का बखान किया गया साथ ही उनके व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मास्टर सफदर अल्वी व संचालन मीर शाह हुसैन आरिफ व हस्सान सम्भली ने किया। इस दौरान हिलाल अख्तर, शहजाद खाँ, शाहिद खाँ, अंसार हुसैन, एजाज आलम, मोहम्मद तसलीम, मौलाना इमरान, मकसूद हसन, रफत आलम, मुशीर खाँ तरीन, डॉक्टर नाजिम आदि लोग शामिल रहे।