अयोध्या। कोरोना की आहट मिलते ही सक्रिय हुआ जिला प्रशासन
---सरकारी दफ्तरों में निष्क्रिय पड़ी कोविड हेल्प डेस्क को फिर से शुरू
अयोध्या। कोरोना महामारी की आहट के बाद प्रदेश सरकार की ओर से बचाव को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शासन के निर्देश के बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गए है। जिला मुख्यालय में बने कोविड-19 कंट्रोल रूम को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया गया है। सभी सरकारी दफ्तरों में निष्क्रिय पड़ी कोविड हेल्प डेस्क को फिर से शुरू करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। कोविड के बढ़ते खतरे को देखते हुए अस्पतालों में फिर से बेड रिजर्व करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही सभी सीएचसी और पीएचसी पर भी बेड रिजर्व किए जाएंगे।
शासन की गाइडलाइन जारी होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में टेस्टिंग बढ़ाने, वैक्सीन की बूस्टर डोज लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करने और अस्पतालों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए।कोरोना संक्रमण कम होने के बाद कोविड नियंत्रण संबंधी सभी व्यवस्थाएं बंद हो गई थीं। जिले में जहां पहले 10 से ज्यादा स्थानों पर कोविड टेस्टिंग की जा रही थी, वहीं अब यह केवल दो स्थानों पर 100 से 400 लोगों को जांच की जा रही है।
वहीं, कोरोना की वैक्सीन भी केवल दो स्थानों पर ही लगाई जा रही है। सरकारी अस्पतालों में बनाई गई कोविड-19 हेल्प डेस्क पर ताले लगे हैं। चीन समेत कई देशों में कोरोना विस्फोट के बाद प्रदेश सरकार की ओर से भी बचाव के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पूर्व में कोरोना की रोकथाम के लिए जो उपाय किए गए थे उन सभी को फिर से सक्रिय करने का काम शुरू कर दिया गया है।
सीएमओ डॉ अजय राजा ने बताया कि चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए, जिले से भी जीनोम सीक्वेंसिंग कराने की तैयारी की जा रही है। भारत में ओमिकॉन के सब वैरिएंट बीएफ.7 के तीन मामले सामने आने के बाद अयोध्या में भी स्वास्थ्य अधिकारी अलर्ट मोड पर आ गए है। कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीजों के सैंपल लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग कराने के निर्देश दिए हैं।
Initiate News Agency (INA)