सम्भल। भक्ति और शक्ति के पुंज अमर बलिदानी थे गुरु गोविंद सिंह जी महाराज : अमित शुक्ला
उवैस दानिश\सम्भल। गुरु गोविंद सिंह जयंती के अवसर पर हिंदू जागृति मंच ने विचार गोष्ठी आयोजित करके सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी को अमर बलिदानी एवं भक्ति और शक्ति के कुंज बताकर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
नैमिषारण्य तीर्थ पर आयोजित हिंदू जागृति मंच की विचार गोष्ठी में सर्वप्रथम गुरु गोविंद सिंह जी महाराज के चित्र पर अनंत कुमार अग्रवाल, सुभाष चंद्र मोंगिया, अजय कुमार शर्मा, सुबोध कुमार गुप्ता ने माल्यार्पण करके दीप प्रज्वलित किया। अपने संबोधन में विष्णु कुमार ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी केवल सिखों के गुरु नहीं बल्कि समस्त हिंदू समाज के गुरु थे। अमित कुमार शुक्ला ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी महाराज शक्ति और भक्ति के ऐसे पुंज थे जिसकी बराबरी देश और दुनिया में कोई नहीं कर सकता। शालिनी रस्तोगी ने गुरु गोविंद सिंह जी को अमर बलिदानी बताकर उनके दिखाए, बनाए, सजाएं मार्ग पर चलने का आह्वान किया। प्रीति शर्मा ने गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन परिचय पर विस्तार से प्रकाश डाला और उनकी जीवन गाथा को एक कविता के माध्यम से सभी को सुनाया। विचार गोष्ठी में अल्पना आर्य, अमन सिंह, अंकुर रस्तोगी, अरुण कुमार अग्रवाल, अरविंद शंकर शुक्ला, भरत मिश्रा, गुंजा गुप्ता, नेहा मलय, राजेंद्र गुर्जर, रूपाली गुप्ता, सरिता गुप्ता, सीमा आर्य, शरद गुप्ता, श्याम शरण शर्मा, सुमन कुमार वर्मा, वेद प्रकाश चाहल, शलभ रस्तोगी नवनीत कुमार, विनोद कुमार अग्रवाल, सुनीता यादव आदि ने विचार व्यक्त करते हुए गुरु गोविंद सिंह जी महाराज को धर्म रक्षक, अमर बलिदानी, जन-जन के प्रेरणा स्रोत, सतसाहसी, अनन्य भक्त, भारत माता के सच्चे सपूत, बताया। विचार गोष्ठी की अध्यक्षता सुभाष चंद्र मोंगिया ने की तथा संचालन नीरू चाहल ने किया।