बलिया। रैन बसेरों में शरण लेने से अब कतराने लगे हैं बेसहारा।
बलिया। जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल के निर्देश पर नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी द्वारा नगर क्षेत्र में स्थापित किये गये रैन बसेरों में शरण लेने से अब कतराने लगे हैं। क्योंकि रैन बसेरा में रात गुजारने वाले लोगों से कभी रैन बसेरा के केयर टेकर तो कही कही पुलिस वालों द्वारा मजदूर और घुमकेतूओ से उनका आधार और परिचय पत्र दिखानै के लिए कहा जा रहा है।
जिससे बचने के लिए निराश्रित लोग इस हाड़ का पति ठंडे में जहां तहां रात गुजारने के लिए मजबूर होते देखे जा सकते हैं।इस सम्बन्ध में अधिशासी अधिकारी सत्य प्रकाश सिंह से जब शिकायत की गयी तो उन्होंने स्पष्ट किया कि रैन बसेरा की स्थापना देर रात मुख्यालय पर आने वाले किसी भी यात्री या घुमन्तू , मजदूरी करने वाले मजदूरों को ठंड से निजात दिलाने के लिए किया गया है।
जो पूरी तरह निशुल्क है।रैन बसेरों ओढ़ने बिछाने के साथ अलाव की भी अलग से किया गया।जिसकी निगरानी के लिए देर रात में कोई न कोई अधिकारी भ्रमण कर रैन बसेरा का रोज जायजा ले रहा है।विगत दो दिनों में मैंने स्वयं रैन बसेरों का निरीक्षण किया गया है। जिसमें रैन बसेरा के स्तेमाल करने में लोगों मेंजागरूकता की जरूरत महसूस हो रही है। जिसके लिए कोशिश की जा रही है।
सैय्यद आसिफ़ हुसैन जै़दी
Initiate News Agency (INA), बलिया