लखनऊ। विद्युत विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों ने भाजपा विधायक को भी नहीं बक्शा
लखनऊ। प्रदेश का बिजली विभाग अपनी मनमानियों के लिए, बिजली कभी बिजली का मीटर की गति धीमी कर तो कभी बिजली बिलों में हेरफेर कर सरकार को चूना लगाना आम बात हो गई है। करोड़ो के बकाये बिजली बिल व्यवसायियों से सांठगांठ कर दबा दिए जाते हैं या कभी उपभोक्ता को बिजली बिल आधा करने के नाम पर आधे आधे पर सौदेबाजी होती है। घाटा सरकार का ही होता है।
ताज़ा मामला भाजपा के विधान परिषद सदस्य रामचन्द्र प्रधान का है। विधायक प्रधान जी ने प्रदेश के उर्जा मंत्री ए के शर्मा को पत्र लिखकर लापरवाही करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गोमतीनगर ग्राम विजयनगरम में मकान नं 624/115 विधायक प्रधान जी की पत्नी अनिता प्रधान के नाम है।इस मकान के बिजली बिल का रेगुलर भुगतान किया जा रहा है इसके बावजूद क्षेत्रीय कार्यालय ने तीन लाख पैंतीस हजार से भी अधिक का बिजली बिल भेज दिया है।
जबकि 2022 को हुए विधानपरिषद चुनाव से पहले अधिशासी अभियंता कार्यालय से नो ड्यूज सार्टिफिकेट भी दिया जा चुका है। विधान परिषद सदस्य राम चन्द्र प्रधान के नाम से अधिशासी अभियन्ता द्वारा रिकवरी तथा घर के नीलामी की नोटिस भेजी गई है जबकि प्रधान जी के नाम कोई प्रोपर्टी कहीं नहीं है। विद्युत विभाग के मनमानेपन का यह रवैया जब सत्ता के एक विधायक से ऐसा है तो आम आदमी का भगवान ही मालिक है।
जीतेश श्रीवास्तव
Initiate News Agency (INA), लखनऊ