सकरन/सीतापुर। सरकार के दावे हवा हवाई, सीएचसी में आक्सीजन न मिलने से प्रसूता की मौत।
............... डाक्टर बोले खून की कमी से महिला की मौत
सकरन/सीतापुर। प्रदेश सरकार भले ही दावा कर रही हो कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर मिल रही है। लेकिन जिले में हकीकत कुछ और ही है सकरन इलाके में ऑक्सीजन की कमी के चलते एक प्रसूता की मौत हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडा के अंतर्गत गठिया कला निवासी मोहन लाल की पत्नी फूल केसरी को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाने के लिए डायल 102 एंबुलेंस को बुलाया गया। एंबुलेंस देरी से पहुंची तब तक महिला का प्रसव घर पर ही हो गया था। प्रसव के दौरान मृत बच्ची का जन्म हुआ था। महिला एनेमिक थी, जिसे तुरंत ऑक्सीजन और जरूरी उपचार की आवश्यकता थी।
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मृतका को ले जाती एम्बुलेंस। |
प्रसूता को परिजन एंबुलेंस से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य सांडा सुबह 08 बजे पहुंच गए थे। अस्पताल में मौजूद स्टाफ नर्स सरिता वैश्य के द्वारा प्रसूता को हरसंभव चिकित्सकीय सहायता देने का प्रयास किया गया। लेकिन अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डॉ अनिल कुमार सचान प्रसूता को देखने का समय नहीं निकाल पाए। जरूरी उपचार न मिलने पर प्रसूता ने करीब 40 मिनट बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्रसूता के पति मोहनलाल और जेठ धनीराम ने प्रसूता की अस्पताल में हुई मौत पर चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना था कि यदि प्रसूता को समय पर उचित इलाज मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। डॉक्टर अनिल कुमार सचान का कहना है कि मैंने प्रसूता के इलाज की हर संभव कोशिश की लेकिन महिला काफी एनीमिक थी जिससे उसकी मौत हुई है।