कानपुर। नॉन ब्रांडेड अनाज पर जीएसटी का सपा ने किया विरोध।
इब्ने हसन ज़ैदी\कानपुर। समाजवादी पार्टी से जुड़े व्यापारियों ने नॉन ब्रांडेड खाद्य सामग्री व अनाज पर जीएसटी लगाने के विरोध में निवर्तमान प्रदेश महासचिव व्यापार सभा व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी अभिमन्यु गुप्ता के नेतृत्व में माल रोड कार्यालय पर किराना व्यापारियों के साथ विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री व वित्त मंत्री को पत्र लिख कर इस निर्णय को वापस लेने की मांग रखी। नेतृत्व कर रहे अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की जीएसटी काउंसिल की 47 वीं बैठक में 25 किलो तक अनाज सहित खाद्य सामग्री पर ब्रांडेड के अलावा प्री पैकेज्ड के साथ लेबल लगे नान ब्रांडेड को 5 प्रतिशत जीएसटी के अंर्तगत करने से हर कोई नाराज है।जीएसटी काउंसिल की बैठक में नानब्रांडेड आटा, दाल और अनाज आदि पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला कर लिया है। इसका सीधा असर छोटे व्यापारी और आम आदमी की जेब पर पड़ना तय है।
इस फैसले से जहां एक ओर छोटा व्यापारी परेशान होगा तो वहीं गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की कमर टूटेगी। जीएसटी काउंसिल के ताजा फैसले से हर वस्तु के दाम 2 से 5 रूपए प्रतिकिलोे तक बढ़ जाएंगे।विरोध करते हुए इस फैसले को वापस लेने की मांग प्रधानमंत्री व वित्तमंत्री से पत्र लिख कर की गई। अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की नॉन ब्रांडेड पैक्ड खाद्य सामग्री जैसे की अनाज,चावल,दाल,लस्सी,बटरमिल्क,दही,मांस,मछली,शहद आदि पर यह फैसला तर्कहीन है और केवल भाजपा की सरकार में बड़ी कंपनियों को फायदा पहुंचाने की नीयत से लिया गया फैसला है जिससे की केवल महंगाई बढ़ेगी और खाद्य सामग्री से सबंधित छोटे व्यापारी बर्बाद होंगे।किसी भी पैक्ड खाद्य सामग्री में मात्रा,सामग्री का नाम व प्रकार,एफएसएसए आई(fssai )कोड आदि लिखना आवश्यक होता है और उस कानूनन अनिवार्यता को अब 5 प्रतिशत जीएसटी के रूप में लगाया जाएगा जो की अव्यवहारिक है।इससे छोटे व्यापारी जबरदस्ती जीएसटी के उत्पीड़क मकड़जाल में फंसेंगे और या तो व्यापार बंद कर देंगे या कीमतें बढ़ा देंगे जिससे की आम जन को महंगाई का सामना करना पड़ेगा।बड़ी कंपनियां इससे लाभ में आ जाएंगी।यह निर्णय जन विरोधी है व व्यापारी विरोधी है।इससे व्यापारियों का उत्पीड़न बढ़ेगा।अभिमन्यु गुप्ता के साथ व्यापारी नेता विनय कुमार,शुभ गुप्ता,जय गुप्ता,अमित चढ्ढा,हरप्रीत भाटिया लवली,मनोज चौरसिया,प्रदीप तिवारी,दीपू श्रीवास्तव आदि थे।