कानपुर। भारत को नशा/दवा मुक्त देश बनाने के लिए रोज करें योग:-ज्योति बाबा
इब्ने हसन ज़ैदी/कानपुर। यूएनओडीसी बच्चों और युवाओं, नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों,नशीली दवाओं के उपयोग विकार को नियंत्रित करने वाली दवाओं की आवश्यकता वाले लोगों सहित सबसे कमजोर लोगों के लिए स्वास्थ्य के अधिकार की रक्षा करने की वकालत कर रहा है 26 जून को अंतरराष्ट्रीय मादक द्रव्य निषेध नशा मुक्ति/निवारण दिवस मनाने का संयुक्त राष्ट्र ने फैसला 1987 में लिया था उपरोक्त बात नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया के तत्वाधान में विश्व मादक पदार्थ निरोधक दिवस के अवसर पर ड्रग्स मुक्त भारत के लिए गंगा जल सत्याग्रह के बाद हुई।
भारत में हीरोइन के 10 मिलियन उपयोगकर्ता हो चुके हैं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अंजू सिंह एवं नशा मुक्त समाज आंदोलन के फतेहपुर प्रभारी अंशु सिंह सेंगर ने कहा कि नशे से शारीरिक और मानसिक परिवर्तन होते हैं जैसे लाल आंखें सांसो में दुर्गंध खानपान और नींद में बदलाव चिड़चिड़ापन गाली गलौज करना और अस्वच्छता शरीर और मस्तिष्क अनियंत्रित कपकपी बेवजह बड़बड़ाना अपने अलावा अन्य का महत्व न समझना अपने में ही खोए रहना मादक पदार्थों के लिए चोरी करना तथा सबसे बड़ा दोष नशे की हालत में अनुचित निर्णय लेना है अंत में योग गुरु ज्योति बाबा ने सभी को ड्रग्स मुक्त भारत के लिए सामूहिक कदम बढ़ाने का संकल्प कराया l