अयोध्या। विकास तो सब चाहते हैं किंतु राम नगरी के व्यापारी सड़क चौड़ीकरण का कर रहे हैं विरोध।
.......... दुकानदार चाहते हैं दुकान के बदले दुकान दिया जाए तब हमारी दुकान उजाड़ी जाए।
अयोध्या। भगवान श्री राम की धर्म नगरी अयोध्या में चौतरफा विकास की ध्वनि सुनाई व दिखाई दे रही है। कहीं सड़क चौड़ी हो रही है। राम मंदिर बन रहा है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य चल रहा है। परिक्रमा मार्ग का विकास हो रहा है। नव्य अयोध्या बन रही है।,अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है। ऐसे में विकास के साथ मार्ग चौड़ीकरण होने में अगल-बगल के दुकानों को कुछ नुकसान तो सहना ही पड़ेगा और जो दुकानदार मार्ग पर बढ़ाकर दुकान बना लिए हैं उन्हें उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा किंतु जो दुकानदार पक्की दुकान में है चौड़ीकरण में उनकी दुकान उजडने वाली है उन्हें यह दुख सता रहा है कि उनका जीविकोपार्जन कैसे होगा। दुकानदारों का कहना है कि दुकान उजाड़ने से पहले कहीं पर हम लोगों को विस्थापित किया जाए।
मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या भी बढ़ रही है।ऐसे में अयोध्या की सड़कों का चौड़ीकरण भी किया जा रहा है।रामलला की ओर जाने वाले हनुमानगढ़ी मार्ग को चौड़ा किया जाएगा।लेकिन इससे लगभग हजारो दुकानदार की जीविका पर असर पड़ेगा। ऐसे में स्थानीय दुकानदारों में असंतोष व्याप्त है।स्थानीय व्यापारी रामलला के मंदिर निर्माण को लेकर खासा उत्साहित थे।लेकिन अब व्यापारियों में थोड़ी सी मायूसी भी दिख रही है।अयोध्या के व्यवसायी चाहते हैं कि पहले उनको पुनर्स्थापना करा दी जाए उसके बाद उनकी दुकानें उजाड़ी जाएं। वह यह भी चाहते हैं कि उनका व्यापार भी प्रभावित न हो।चौड़ीकरण की जद में आ रहे दुकानदारों को तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा आश्वासन भी दिया गया था कि उनको उजाड़ने से पहले उनके विस्थापन की व्यवस्था की जाएगी।लेकिन स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि अभी तक उनको प्रशासन की तरफ से कोई भी ठोस आश्वासन नहीं दिया गया।
दुकानदार अभी इस बात से आश्वस्त नही हैं कि उनकी दुकान किस जगह बनेगी।सभी दुकानदारों के अंदर असंतोष की भावना है। निवर्तमान जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया था की दुकान के बदले दुकान दी जाएगी। अभी तक प्रशासन द्वारा दिया गया आश्वासन कोरा लग रहा है और कहीं पर यह दिखाई नहीं पड़ रहा है कि उन्हें दुकान के बदले कहां दुकान मिलेगी।
देव बक्श वर्मा
Initiate News Agency (INA), अयोध्या