पलवल। होडल में 5 हजार लड़कियों में किया योग
ऋषि भारद्वाज / पलवल। होडल में देस का सबसे बड़ा योग शिविर का आयोजन महारानी किशोरी कन्या महाविद्यालय मे किया गया । इस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 5 हजार लड़कियों योग किया। इन लड़कियों को योग कराने के लिए डाक्टर परमेश्वर एम डी योगा गोल्ड मेडलिस्ट ने लड़कियों को योग कराए और योग से फायदा बताया। उन्होंने योग क्या है और कितने प्रकार के होते हैं इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।
होडल में इस अंतरराष्टीय योग दिवस के मौके पर देश का सबसे बड़े योग शिविर का आयोजन किया गया जहां इस योग शिविर में 5 हजार लड़कियों ने एक साथ योग किए । कहीं पर भी इतनी संख्या में लड़कियों में महिलाओं ने योग नही किए। इस मौके पर योग में गोल्ड मेडलिस्ट लेने वाले डाक्टर परमेश्वर अरोड़ा एम डी योगा , योगाचार्य बिरमा देवी, कालेज के डायरेक्टर दिनेश तिवारी, कालेज की प्रिंसिपल डाक्टर गार्गी शर्मा और कालेज की संचालिका डोली ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित करके और फूल माला अर्पित कर योग शिविर का सुभारम्भ किया। 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राजकीय कन्या महाविद्यालय परिसर में आज लगभग 5000 लड़कियों को योग किया । इस मौके पर योगा में गोल्ड मेडलिस्ट डॉ परमेश्वर अरोड़ा ने कहा कि योग कई प्रकार के होते हैं जिसमें पहला योग निरोगी काया अगर किसी व्यक्ति का शरीर निरोग है तो वह संसार का सबसे धनवान व्यक्ति है। यह तभी संभव है जब कोई निरंतर योग करता हो दूसरा योग मन प्रसन्न होना हमेशा व्यक्ति को हंसी खुशी रहना चाहिए ऐसा व्यक्ति कभी भी बीमार नहीं पढ़ सकता ।
उन्होंने लड़कियों को कहा कि आज योग के नाम पर दुनिया में भारत का डंका बज रहा है । जिसने हमारी लुप्त होती जा रही प्राचीन पद्धति को दूसरे देशों तक पहुंचाया और युग की शुरुआत की आज दुनिया में इस आठ वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर ओम का नाम गूंज रहा है। डॉक्टर ने कहा कि आज उनको बहुत खुशी है कि कितनी भारी संख्या में लगभग 5000 लड़कियों ने आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर योग किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा ही नहीं पूरे देश में एक साथ इतनी संख्या में लड़कियों ने कहीं पर भी योग नहीं किया यह उनकी बहुत बड़ी उपलब्धि है कि वह इस मौके पर इतनी भारी संख्या में लड़कियों को योग कराने के लिए यहां पहुंचे। उन्होंने गानों के माध्यम से अपने विचारों के माध्यम से तालियां बजाकर योग के गुण सिखाए। उन्होंने कहा कि इस योग की शुरुआत सबसे पहले भगवान शिव ने की और भगवान शिव के बाद बृज में आकर इस धरती पर आकर इसकी शुरुआत भगवान श्री कृष्ण ने की । भगवान श्री कृष्ण के बाद इस योग की अलग जगाने वाले महर्षि पंतजलि ने लोगों को योग के बारे में समझाया और योग को आगे बढ़ाया । उन्होंने कहा कि अगर मनुष्य को निरोग रहना है स्वस्थ रहना है हंसी खुशी रहना है तो उसको योग करना अति अनिवार्य है ताकि हम बीमारियों से लड़ सकें और अपने शरीर को स्वस्थ रख सकें । योगी ऐसा माध्यम है जो हमारे शरीर को मन को बुद्धि को संतुष्ट रख सकता है एक जगह रख सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आज उन्होंने इतनी भारी संख्या में लड़कियों को योग सिखाए ऐसे शिविर लगभग महीने या 2 महीने में जगह जगह पर लगने चाहिए ताकि महिलाओं के अंदर लड़कियों के अंदर योग की कला आ सके योग को सीख सकें और अपने परिवार को अपने बच्चों को स्वस्थ रख सकें । उन्होंने कहा कि आज समाज में महिलाओं का स्थान सबसे ऊंचा है क्योंकि घर के अंदर सुबह जल्दी उठकर महिला ही घर को साफ स्वच्छ रखती है और अपने बच्चों का भरण पोषण करने के लिए कार्य करती है । इसलिए महिलाओं को योग में आगे आने के लिए बहुत जरूरी है ताकि वह योग के माध्यम से अपने बच्चों को यह शिक्षा दे सके और उनको बता सके कि योग कितना अनिवार्य है।