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    गया\बिहार। लोक सेवा आयोग के पश्नपत्र लीक की सी बी आई जांच हो:-कांग्रेस

    गया\बिहार। बिहार लोक सेवा आयोग के इतिहास में पहली बार 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का प्रश्नपत्र वायरल होने से दिन रात सुशासन एवम् कानून की राज के दंभ भरने वाले नीतीश सरकार शर्मशार हुई है।

    अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह क्षेत्रीय प्रवक्ता बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी प्रो विजय कुमार मिठू , पूर्व सांसद रंजीत सिंह उर्फ रंग बाबू, पूर्व विधायक मो खान अली, राम प्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, विद्या शर्मा, टिंकू गिरी,  मो आफताब आलम,ओंकार नाथ सिंह, विनोद उपाध्याय, राजेश्वर पासवान, सतीश सिंह, सुरेन्द्र शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा उर्फ पिंटू, रामप्रवेश सिंह, सैयद असरफ इमाम, फिरोज रजा, सुजीत गुप्ता, आदि ने कहा की नीतीश सरकार के अभी तक के कार्यकाल में बिहार कर्मचारी चयन आयोग,  बिहार तकनीकी सेवा चयन आयोग, के साथ, साथ दरोगा सिपाही परीक्षा, इंटर मैट्रिक परीक्षा, सहित अन्य परीक्षाओं के पेपर लीक, की अनियमितताएं तो जग जाहिर थी ही, अब तो तीन, तीन बार परीक्षा की तिथि रद्द करने के बाद चौथी बार घोषित तिथि 08 मई के बि पी एस सी के इतिहास में पहली बार  प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र वायरल होने से यह प्रमाणित हो गया की नीतीश सरकार में सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में सरकार प्रायोजित बाग्लिंग करा कर अपने चहेते को लाभ पहुंचाने का काम करते आ रही है।

    नेताओं ने कहा की जिस राज्य के सर्वोच्च पदाधिकारियों की परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था ही क्राफ्ट है, वहां की कानून व्यवस्था पर क्या भरोसा करेगी सूबे की जनता। कांग्रेस  नेताओं ने बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष आर के महाजन एवम् सचिव को अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले की सी बी आई जांच के लिए सिफारिश करे।

    नेताओं ने कहा की नीतीश सरकार के सोलह वर्षो के कार्यकाल में सभी प्रकार के भ्रष्टाचार, घोटाले, अनियमितता में मुख्य भूमिका निभाने वाले को बचाने का काम किया जाता है, तथा राज्य की जनता के बीच अपने एवम् अपनी सरकार को राफ, साफ बताने हेतु मामले को उजागर करने, दोषियों को पकड़ने की बाते कह कर पल्ला झाड़ देती है, परंतु प्रश्न यह उठता है की आखिर सरकार के सहयोग के बिना यह संभव कैसे है, इसलिए इन सभी के लिए पूरी तरह सरकार ही दोषी है। नेताओं ने 67 वीं बी पी एस सी प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होने वाले छह लाख परीक्षार्थियों से भी अनुरोध किया है की प्रश्नपत्र लीक मामले की सी बी आइ जांच कराने हेतु महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल एवम् मुख्य न्यायाधीश पटना उच्च न्यायालय को पोस्टकार्ड लिखे।

    प्रमोद कुमार यादव

    Initiate News Agency (INA), गया बिहार

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