कानपुर। स्पाइन टीबी से पीड़ित २० वर्षीय लडकी अब फिर से अपने पैरों पर चलने लगी
............ कानपुर स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल में हुई सफल स्पाइनल सर्जरी
कानपुर। स्पाइनल ट्यूबरक्युलोसिस से पिडीत २० वर्षीय लड़की कानपूर स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल में सफल स्पाइनल सर्जरी हुई है। इस सर्जरी के बाद अब यह लड़की फिर से अपने पैरों पर चलने लगी है। स्पाइन टीबी के कारण इस लडकी के गर्दन के नीचे लकवा मार गया था। दैनिक गतिविधीयां भी वो किसी के सहारे बिना नहीं कर सकती थी। अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल के डॉक्टरों के इलाज के कारण अब यह लड़की फिर से चलने लगी है। कानपुर स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल के स्पाइन सर्जन डॉ. अंकुर गुप्ता के नेतृत्त्व में उनकी टीमने सफल सर्जरी की हैं।
कानपूर में रहनेवाली सृष्टी को अचानक कमर दर्द शुरू हुआ। दर्द निवारक दवाईया लेने के बावजूद उसकी तकलिफ कम नहीं हो रही थी। असहनीय दर्द के कारण वह बिना किसी के सहारे चल नही सकती थी। लडकी की बिगड़ती सेहत देखकर परिजनों ने उसे अपोलो स्पेक्ट्रा अस्पताल दाखिल किया।
डॉ. अंकुर ने कहॉं की, “वह अपनी बीमारी और जटिलताओं की गंभीरता को समझाने के बाद तुरंत सर्जरी के लिए तैयार हो गई। सर्जरी ४ घंटे तक चली। सर्जरी के बाद उसके पैरे की उंगलीया हिलने लगी। सृष्टी में सुधार देखकर सर्जरी के कुछ दिनो बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। सर्जरी के बाद उसने कॉलेज में जाकर परीक्षा भी दी हैं। अगर समय रहते इलाज नही होता तो लकवा जैसी जटिल बीमारी होने की संभावना थी। स्पाइनल टी.बी. एक बहुत ही दुर्बल करने वाली स्थिति है। इसलिए इसकी रोकथाम के बारे में जागरूकता होना जरूरी है। शीघ्र और पर्याप्त उपचार के साथ शीघ्र निदान से स्पाइनल ट्यूबरक्युलोसिस को ठीक करने में मदद मिल सकती है।
इब्ने हसन ज़ैदी
Initiate News Agency (INA) , कानपुर