आजमगढ़। मण्डलायुक्त एवं डीआईजी ने तहसील सगड़ी में सम्पूर्ण समाधान दिवस का किया औचक निरीक्षण, चार अधिकारी अनुपस्थित पाये गये।
............ चार अधिकारी अनुपस्थित, स्पष्टीकरण तलब, एक दिन का वेतन बाधित
आजमगढ़। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त तथा डीआईजी अखिलेश कुमार ने तहसील सगड़ी में शनिवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कुल चार अधिकारी अनुपस्थित पाये गये, जिसमें उप मुख्य चिकित्साधिकारी, सहायक अभियन्ता जल निगम, सहायक अभियन्ता लोक निर्माण विभाग एवं सहायक निदेशक, मत्स्य सम्मिलित हैं। मण्डलायुक्त पन्त ने कहा कि जन समस्याओं का निस्तारण शासन की शीर्ष प्रार्थमिकताओं से सम्बन्धित कार्यक्रम है, इसलिए इसके प्रति सभी को पूरी तरह गंभीर रहने की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जहॉं अनुपस्थित अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है वहीं उनका एक दिन का वेतन बाधित करने का भी निर्देश दिया। इस मौके पर मण्डलायुक्त एवं डीआईजी द्वारा वहॉं उपस्थित आम जन की समस्याओं को भी सुना गया तथा कई मामलों का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
मण्डलायुक्त एवं डीआईजी के निरीक्षण के समय उपजिलाधिकारी गौरव कुमार, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) आज़ाद भगत सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सिद्धार्थ, तहसीलदार अभिषेक सिंह द्वारा आम जन से उनकी समस्याओं की सुनवाई की जा रही थी। इस दौरान अधिकारियों के समक्ष कुल 282 मामले प्रस्तुत किये गये, जिसमें राजस्व के 248, गृह विभाग के 18, विकास के 2 एवं अन्य विभागों से सम्बन्धित 14 मामले प्रस्तुत किये गये। प्रस्तुत मामलों में अधिकारियों द्वारा मौके पर राजस्व के 20 मामलों का निस्तारण किया गया तथा शेष मामलों को निर्धारित अवधि के अन्दर अनिवार्य रूप से निस्तारित किये जाने के निर्देश के साथ सम्बन्धित विभागों को हस्तान्तरित किया गया।
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने जन समस्याओं की सुनवाई के दौरान उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार को निर्देशित किया कि वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल की स्थिति पर विशेष नजर रखी जाय, क्षेत्र में कहीं भी पेयजल की समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पशुओं के पीने योग्य पानी की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाय। पन्त ने कहा कि सगड़ी तहसील के अन्तर्गत देवारा क्षेत्र प्रायः बाढ़ से प्रभावित होता रहता है, इसलिए आगामी बरसात के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए अभी से बाढ़ नियन्त्रण एवं बाढ़ राहत सम्बन्धी व्यवस्थाओं का निरन्तर जायजा लिया जाय तथा जहॉं भी कमी मिले उसको समय से पूरा करें। डीआईजी अखिलेश कुमार ने पुलिस से सम्बन्धित मामलों की सुनवाई करते हुए मौके पर उपस्थित थाना प्रभारियों को निर्देशित किया कि अपने अपने थाना क्षेत्र के अन्तर्गत शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अवांछनीय तत्वों की निरन्तर निगरानी करें तथा पेट्रोलिंग भी लगातार की जाय, किसी भी दशा में शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। इस अवसर पर सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी, थाना प्रभारी एवं अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।