शाहजहांपुर। सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने दिया धरना, सीएम को भेजा ज्ञापन।
शाहजहांपुर। मिनिस्टीरियल एसोसिएशन इरिगेशन डिपार्टमेंट उत्तर प्रदेश की ओर से पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे क्रमिक आन्दोलन के तहत गुरुवार को पुवायां रोड स्थित सिंचाई कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया और मुख्यमंत्री और जल शक्ति विभाग मंत्री को आठ सूत्रीय ज्ञापन भेजकर उनका निस्तारण करने की मांग की है।
सीएम को भेजे गए ज्ञापन में मांग की गई कि निजी अनुरोध को छोड़कर किसी भी कर्मचारियों का स्थानांतरण जनपद से बाहर ना किया जाए। चुनाव आचार संहिता से पूर्व किए गए प्रोन्नति आदेश के औपचारिक आदेश आपत्ति लगाकर वापस किए जा रहे हैं, इसकी जांच कराकर दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। गत वर्ष किए गए स्थानान्तरण में बरती गई अनियमिताओं की जांच कराई जाए। ई-वर्क प्रणाली में लिपिक संवर्ग के कार्यों को यथावत रखा जाए, लिपिक संवर्ग के कार्यों एवं उत्तरदायित्व में कटौती ना की जाए। वित्तीय वर्ष 2021- 22 में प्रदेश के जिन तीन खंडों में सर्वाधिक भुगतान किया गया है, उसकी उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। संगठन के संबंध में जांच समिति की रिपोर्ट 22 मार्च 2022 को विभाग को प्राप्त हो गई। प्रमुख अभियंता विभागाध्यक्ष सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग उत्तर प्रदेश ने जांच समिति की रिपोर्ट को स्वीकार करते हुए संस्तुति सहित शासन को प्रेषित कर दी। रिपोर्ट पर अमल करते हुए रामलाल यादव व अन्य के पेड को संज्ञान में नहीं लिया जाना चाहिए। जांच समिति द्वारा रामलाल यादव वरिष्ठ सहायक, लखनऊ खंड शारदा नगर लखनऊ द्वारा जेल अवधि का वेतन चिकित्सा अवकाश व उपार्जित अवकाश में लेने के संज्ञेय अपराध की भी पुष्टि की है। जिस पर विभाग को कार्रवाई करनी है। उसमें विलंब किया जा रहा है। तत्काल कार्रवाई की जाए। कहा गया कि 30 मई 2022 को पूरे प्रदेश में एक दिन का कार्य बहिष्कार किया जाएगा। इस मौके पर संगठन के जिलाध्यक्ष भोनानाथ, महामंत्री सतेन्द्र दक्ष, संरक्षक खालिद हुसैन, रूचिर सक्सेना, सर्वेश राठौर, संगीता श्रीवास्तव, मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।
फ़ैयाज़ उद्दीन
Initiate News Agency (INA) , शाहजहाँपुर