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    लखीमपुर खीरी। बांकेगंज के परिषदीय विद्यालय ग्रट नंबर 3 को मिला बेस्ट स्कूल ऑफ द वीक का खिताब।

    लखीमपुर खीरी। "इनको इनका हक दे पाऊं, पाने से ज्यादा लौटाऊं, स्नेह लुटाऊं, खूब पढाऊं, पावन शिक्षक धर्म निभाऊं, हे भगवान् रहे सदबुध्दि,सत्य मार्ग से भटक न पाऊं।" उक्त मनोभाव मन में सजाए बांकेगंज ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय ग्रट नंबर 3 के इंचार्ज प्रधानाचार्य बालिस्टर कुमार न केवल कही गई बल्कि उसका अमल करने के लिए वह पूरे जी-जान से जुटे हुए हैं। प्रधानाध्यापक की कार्यप्रणाली से ग्रामीण बोले वाह-वाह क्या बात है।

    खीरी में इन दिनों परिषदीय विद्यालयों में एक दूसरे से बेहतर बनने की होड़ मची हुई है, यह प्रतिस्पर्धा डीएम महेंद्र बहादुर सिंह द्वारा दिए गए टास्क से शिक्षकों के मन में उत्पन्न हुई है। डीएम ने हर सप्ताह एक सर्वश्रेष्ठ विद्यालय घोषित करने की एक श्रंखला शुरू की, फिर क्या शिक्षक अपने विद्यालय को सर्वश्रेष्ठ बनाने के लिए पूरे जी-जान से जुट गए। 

    इस सप्ताह बांकेगंज ब्लॉक के ग्रंट नंबर-3 गांव के प्राथमिक विद्यालय को सर्वश्रेष्ठ विद्यालय के रूप में चुना गया। इंचार्ज प्रधानाध्यापक बालिस्टर विद्यालय को साफ व स्वच्छ विद्यालय बनाने के लिए अथक प्रयास किया। विद्यालय गांव से 2 किलोमीटर पर होने से बच्चों की कम उपस्थिति का दंश झेल रहा। कई प्रयास हुए मगर उपस्थिति ना बढ़ सकी। दिसंबर 2021 में बालिस्टर को स्कूल की कमान मिली, बलिस्टर ने अपने वेतन से विद्यालय में प्रोजेक्टर की व्यवस्था की। कई अन्य प्रयोग किए ताकि बच्चे विद्यालय की ओर आकर्षित हो। परिणाम यह हुआ कि नए प्रयोग से बच्चों की उपस्थिति के साथ-साथ उनके ज्ञान एवं बौद्धिक स्तर में भी परिवर्तन देखने को मिला।

    गार्डनिंग के शौकीन बालिस्टर ने विद्यालय में स्वमं बनाया किचन गार्डन

    किचन गार्डन के बनने से जहां एक और प्रधानाध्यापक के गार्डनिंग करने का सपना भी साकार हुआ वहीं दूसरी ओर विद्यालय और भी सुन्दर दिखने लगा। विद्यालय का भौतिक परिवेश को सुधारने के लिए ग्राम पंचायत के सहयोग, साथी अध्यापकों की मेहनत व लगन की वजह से आज भौतिक परिवेश सुधरा, जो किसी प्राईवेट विद्यालय से कमतर नहीं है।

    परिवार की खुशियों का श्रेय स्कूली बच्चों को देते बालिस्टर

    बालिस्टर बताते हैं कि प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत सभी बच्चों को वो हर खुशी दे पाऊं जो खुशी इनकी वजह से मेरे परिवार को मिली है। उन्होंने इस मनोभाव को कविता में भी सजाया है "इनको इनका हक दे पाऊं, पाने से ज्यादा लौटाऊं, स्नेह लुटाऊं, खूब पढाऊं, पावन शिक्षक धर्म निभाऊं, हे भगवान् रहे सदबुध्दि,सत्य मार्ग से भटक न पाऊं।" बताते चलें इनकी या कविता सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर खूब वायरल हुई, जिसे डीएम महेंद्र बहादुर सिंह समेत कई अफसरों ने भी शेयर किया।

    शाहनवाज गौरी

    Initiate News Agency (INA), लखीमपुर खीरी

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