राजस्थान। इस देश में गुंडे बदमाशों के विरुद्ध हत्या के मुकदमे दर्ज नहीं होते हैं, डॉक्टर्स के विरुद्ध होते हैं।
..............अश्रुपूरित विनम्र श्रद्धांजलि डॉक्टर अर्चना शर्मा जी को।
राजस्थान। गोल्ड मेडलिस्ट गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर अर्चना जिन्होंने अपने पति के साथ लालसोट जैसी छोटी जगह को अच्छा अस्पताल दिया था। डॉ अर्चना ने एक मरीज की डिलिवरी के बाद पोस्ट पार्टम हेमरेज (डिलिवरी का एक rare कॉम्प्लिकेशन जिसमे अधिक खून बह जाता है, और जो कि किसी भी महिला को हो सकता है। इसमें डॉक्टर की कोई लापरवाही नहीं होती है) के कारण मृत्यु होने पर मरीज के परिजनों द्वारा हंगामा करने और पुलिस द्वारा उनके विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की वजह से उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
आपको बता दें कि डॉ अर्चना के पति खुद बहुत सीनियर मनोचिकित्सक हैं, उनके ऊपर भी पुलिस ने हत्या का मुकदमा लगा रखा है। लालसोट में अस्पताल चालू करने के पहले, डॉ अर्चना गांधीनगर में सरकारी मेडिकल कॉलेज में Gynae डिपार्टमेंट में यूनिट हेड थीं। अत्यधिक प्रतिभाशाली, अनेकों पब्लिकेशन, सैंकड़ों कॉम्प्लिकेटेड सर्जरी के रिकॉर्ड्स दर्ज हैं डॉ अर्चना के नाम के आगे।
Initiate News Agency (INA) , राजस्थान