कानपुर। बढ़ती पेट्रोल डीजल की कीमतों के विरोध में शहर कांग्रेस कमेटी ने ज्ञापन सौंपा।
कानपुर। बढ़ती पेट्रोल डीजल की कीमतों के विरोध में शहर कांग्रेस कमेटी कानपुर नगर कार्यवाहक अध्यक्ष कृपा शंकर त्रिपाठी नेतृत्व में जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा कृपाशंकर ने कहा कि देश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतो से भारत की जनता का घर चलाना दूभर होता जा रहा है। पिछले 15 दिनों के अन्दर धीरे-धीरे पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ते हुये 100 रू के पार हो चुकी है। सी०एन०जी० पी०एन०जी० एवं घरेलू गैस की कीमतों में भी भारी इजाफा हो चुका है।मई 2014 में जब भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता सम्भाली थी उस वक्त पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 रूपये एवं डीजल पर 3.46 रू प्रति लीटर था जबकि आज डीजल पर उत्पाद शुल्क 531% और पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 203% की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। जब कांग्रेस की यू०पी०ए० सरकार सत्ता में थी उस वक्त कच्चे तेल की कीमत 108 अमरीकी डालर प्रति बैरल थी लेकिन भारत में पेट्रोल 71.41 रू एवं डीजल 55.49 रू प्रति लीटर के भाव से बिक रहा था जो कि आज 100 रूपये के पार बिक रहा है। जबकि आज कच्चे तेल की कीमत काफी कम है। इसी प्रकार कांग्रेस यू पी ए सरकार में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें 410 रू प्रति सिलेंडर होती थी जो कि आज 1000 रू के लगभग हो चुकी है।
यही हाल पी०एन०जी० एवं सी०एन०जी० का भी है। पिछले 8 वर्षों में मोदी सरकार ने पी०एन०जी मे 43.6% की बढ़ोत्तरी एवं सी.एन.जी. मे 88% को बढ़ोत्तरी करी है। जहाँ एक ओर भारत की जनता की जेबपर भार बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ा वहीं दूसरी ओर भारत की मोदी सरकार ने पिछले 8 वर्षों में 26,51,919 करोड़ रू सिर्फ पेट्रोलियम पदार्थों से प्राप्त टैक्स पर कमाये।
इब्ने हसन ज़ैदी
Initiate News Agency (INA) , कानपुर